Alirajpur जिले के Nanpur में शुक्रवार को महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे, कुछ दिन पहले सांझा चूल्हा की कम राशि को लेकर कुछ समूहों ने आपत्ति ली थी, इसके बाद दल जांच करने पहुंचा था, लेकिन इसे विडंबना ही कहेंगे कि जिन समूहों ने कम राशि पर आपत्ति ली थी उन्हीं समूह के पास पहुंचकर अधिकारियों ने पहुंचकर जांच की।

समूह सदस्यों का आरोप है कि दल झूठे पत्रक बनाकर ले गया,  जिले की टीम पर भेदभाव का आरोप समूह कार्यकर्ताओ ने लगाया है, उन्होंने कहा कि जिन समूह ने शिकायते की थी उन्हीं समूह पर जाकर निरीक्षण किया गया, झूठी रिपोर्ट बनाकर समूह संचालको पर दबाव बनाया गया, उसी समूह पर दबाव बनाया जिन्होंने पीड़ा बताई थी, समूह आंगनवाड़ी में भोजन दे रहे थे इसके बावजूद निरीक्षण के दौरान दल ने भोजन नही देने का उल्लेख पत्रक में बनाया।

बड़ी बात यह रही कि जिस केपी सिंह की शिकायत समूहों ने की थी उसी को जांच दल में शामिल किया गया। उधर, निरीक्षण के दौरान कुछ जगह आंगनवाड़ी केंद्र पेड़ के नीचे भी संचालित करते नजर आया, कई जगह निजी घरों के अंदर केंद्र चलते हुए दिखाई दिए।

जांच करने पहुंचा दल

निरीक्षण में शामिल कृष्णपाल सिंह अनुकम्पा पर नियुक्त है, सूत्रों द्वारा बताया जाता है उनके पिता वाहन चालक थे, लेकिन निधन के बाद सिंह को सीधे बाबू की पोस्ट मिल गई, उधर जांच दल में शामिल अधिकारी एक बाहरी जाम्भू खेड़ा से आई मेहमान महिला से फर्जी अंगूठा लगा कर पत्रक पर साइन करा लिया, इसका वीडियो भी सामने आया है।