IAS Pooja Khedkar Case: इन दिनों IAS ऑफिसर पूजा खेडकर का नाम सुर्ख़ियों में बना हुआ है, बता दें की ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर की UPSC में गड़बड़ी पर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं, अब एक और नयी बात सामने आई है की पूजा ने UPSC के अटेम्प्ट बढ़ाने के लिए अपने नाम और उम्र में बदलाव किया था, CAT) में पूजा की तरफ से लगाए गए 2020 और 2023 के दो आवेदनों में पूजा के अलग-अलग नाम हैं, इससे पहले भी पूजा पर कई तरह के आरोप लग चुके हैं.

खतरे में पूजा खेडकर की नौकरी?

Maharashtra के वाशिल जिले में तैनात ट्रेनी IAS Pooja Khedkar पर बड़ी कार्रवाई हुई है. बता दें की पूजा की ट्रेनिंग रद्द कर दी गई है और उनको मसूरी अकादमी में वापस बुलाया गया है. 23 जुलाई तक रिपोर्ट करने के लिए भी कहा गया है. डिप्टी डायरेक्टर एस. नवल की ओर से महाराष्ट्र सरकार के मुख्य सचिव को जारी लेटर में कहा गया है कि यह निर्णय लिया गया है कि पूजा खेडकर, आईएएस-2023 बैच के प्रशिक्षण को रोक दिया जाए. उन्हें आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए तुरंत अकादमी में वापस बुलाया जाए. राज्य सरकार से अनुरोध है कि प्रोबेशनर को तुरंत कार्यमुक्त किया जाए. उन्हें जल्द से जल्द अकादमी में शामिल होने की सलाह दी जाए.

पूजा पर क्या हैं आरोप?

दरअसल, UPSC में जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट को 32 साल की उम्र तक 6 बार परीक्षा देने की अनुमति होती है, वहीं OBC कैटेगरी का अभ्यर्थी 35 साल तक 9 बार परीक्षा दे सकता है, सूत्रों के मुताबिक, पूजा ने कुल 11 बार सिविल सर्विसेस की परीक्षा दी हैं, और इतना ही नहीं पूजा पर दिव्यांगता और OBC आरक्षण कोटे का दुरुपयोग करके UPSC में सिलेक्शन पाने का आरोप है.

IAS पूजा खेडकर की ट्रेनिंग एक हफ्ते के लिए रोक दी गई है, बताया जा रहा है की पूजा को 15 से 19 जुलाई तक अकोला में आदिवासी विकास परियोजना में प्रशिक्षु के रूप में शामिल होना था, लेकिन वाशिम जिला अधिकारी ने इस पर रोक लगा दी है, पूजा के दिव्यांग और OBC सर्टिफिकेट की पुलिस जांच होगी, सर्टिफिकेट जारी करने वाले डॉक्टर से भी पूछताछ की जाएगी, वहीं इन सब जांचों के बाद ही पूजा पर आगे की कार्रवाई की जा सकती है.