Weather Alert: इन दिनों देश भारी बारिश की मार झेल रहा है, राजधानी दिल्ली से लेकर यूपी में मौसम बदल रहा है, भारी बारिश के कारण मुंबई का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, हालात ये हैं कि सड़के तालाब में तब्दील हो गई हैं. महाराष्ट्र में तो मॉनसून इस कदर मेहरबान हुआ कि आफत ही आ गई

बारिश से बाढ़ जैसे हालात

मुंबई को पानी आपूर्ति करने वाली तीन झील पूरी तरह लबालब हो चुकी है. बीएमसी ने बताया कि मुंबई की विहार झील से गुरुवार सुबह लगभग 3:50 बजे पानी ओवरफ्लो होने लगा. जिससे कई रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है. ठाणे, पालघर और रायगढ़ समेत प्रदेश के कई जिलों में स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है. लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पुणे में चार लोगों की मौत हो गई. गुजरात के सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. ठाणे, पालघर और रायगढ़ समेत प्रदेश के कई जिलों में स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है, लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पुणे में चार लोगों की मौत हो गई.

भारी बारिश ने मचाई आफत

हिमाचल प्रदेश में बारिश की घटनाओं में अब तक 47 लोगों की जान जा चुकी है और करोड़ों रुपये की संपत्तियों का नुकसान हुआ है. बारिश के कारण मलबा गिरने से 15 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद है. इनमें 12 सड़कें मंडी और किनौर और कांगड़ा में एक-एक सड़क बंद हैं. मौसम विभाग ने पर्यटकों से सावधानी बरतनें और अधिक ऊंचाई वाली जगहों पर जाने के लिए अलर्ट किया है.

हद से ज्यादा बारिश होने से लोगों के हाल बेहाल हो गए है. मैदानों से लेकर पहाड़ों तक बारिश से बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाएं ज्यादा देखने को मिल रही है. उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और राजस्थान सहित देशभर में बारिश से अफरा-तफरी मची हुई है. गुजरात में पिछले 3-4 दिनों में तेज बारिश से वडोदरा, सूरत, भरूच और आणंद समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.

88 सालों में पहली बार दिल्‍ली में बारिश ने कहर बरपाया. जून के एक दिन में सबसे अधिक बारिश हुई। इससे सड़कें जलमग्न हो गईं, यातायात अस्त-व्यस्त हो गया और कुछ यात्री सड़कों पर फंस गए. पहाड़ों पर बारिश से जनजीवन प्रभावित है. भूस्खलन से कई इलाकों का आवागमन बाधित है. उधर नदियों में जल स्तर बढ़ने से मैदानी इलाके भी जल भराव से प्रभावित हो रहे हैं. ऐसे में यमुना का जल स्तर बढ़ने से देश की राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा फिर से मंडराने लगा है.