Flood In Gujarat: गुजरात पिछले एक सप्ताह से जारी भारी बारिश के कारण भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है. केवल चार दिनों में बारिश जनित दुर्घटनाओं में 32 लोगों की जान जा चुकी है. 1200 से अधिक को बचाया गया, जबकि बाढ़ वाले इलाकों से 18 हजार से ज्यादा लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

अब तक बाढ़ वाले इलाकों से 18 हजार से ज्यादा लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इतनी तबाही का कारण अरब सागर में बना डीप डिप्रेशन रहा, जिसके कारण गुजरात में चक्रवाती तूफान असना की आशंका जताई जा रही थी, जिसका खतरा टल गया है.

क्या है डीप डिप्रेशन?

चलिए जान लेते हैं कि आखिर डीप डिप्रेशन है क्या, जिससे गुजरात में बाढ़ आ गई. ताया गया है कि मौसम में किसी चक्रवाती अशांति के कारण जब सतह पर 17 से 33 नॉट की रफ्तार से हवा चलती है तो इसे डिप्रेशन कहा जाता है. अगर हवा की अधिकतम गति 28 नाट यानी 50 किमी प्रति घंटे से 33 नॉट यानी 61 किमी प्रति घंटे के बीच पहुंच जाए तो ऐसे सिस्टम को डीप डिप्रेशन कहा जाता है.

बता दें की इसी डीप डिप्रेशन के कारण गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई है. इसके चलते पूर्व-मध्य गुजरात में 105 फीसद से अधिक बारिश दर्ज की गई. चूंकि डीप डिप्रेशन कच्छ और सौराष्ट्र के ऊपर से गुजर रहा था, इसलिए वहीं सबसे अधिक प्रभाव भी पड़ा.

और तबाही बाकी?

बता दें की इसी डीप डिप्रेशन के कारण गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई है. इसके चलते पूर्व-मध्य गुजरात में 105 फीसद से अधिक बारिश दर्ज की गई. चूंकि डीप डिप्रेशन कच्छ और सौराष्ट्र के ऊपर से गुजर रहा था, इसलिए वहीं सबसे अधिक प्रभाव भी पड़ा.

गुजरात की स्थिति अभी और भयावह हो सकती है, ऐसे में यहां रहने वाले लोगों को बहुत जरूर होने पर ही बाहर निकलना चाहिए और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को फौरन अपने घर छोड़कर किसी ऊंचे स्थान वाली जगह पर शरण ले लेनी चाहिए।