Shimla Mosque Controversy News: शिमला की एक मस्जिद इस समय काफी चर्चा का विषय बन चुकी है, यहां तक की अब लोग इस मस्जिद को लेकर सड़कों पर भी उतर आये हैं, और इस मस्जिद को गिराने की मांग करने लगे हैं.

क्या चलेगा बुलडोज़र?

दरअसल, स्जिद में अवैध रूप से बनाए जा रहे फ्लोर, और यहां आने वाले अंजान लोग, स्थानीय लोगों के डर का कारण बने हुए हैं. फिलहाल संजौली में बनी अवैध मस्जिद पर क्या बुलडोजर चलेगा? यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है.

गुरुवार को शिमला के चौड़ा मैदान और संजौली में जमकर बवाल हुआ. हालांकि, शांतिपूर्व तरीके से प्रोटेस्ट किया गया और कोई हिंसा नहीं हुई हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोला और प्रदर्शन किया.

दो दिन का अल्टीमेटम

उधर, हिमाचल प्रदेश विधानसभा में इस मुद्दे पर नगर निगम प्रशासन की रिपोर्ट सदन में पेश करने वाले मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी यहां पर पहुंचे और धरना के संबोधित किया. हिंदू संगठनों ने इस मामले में अब सरकार को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है.

असल में पिछले कुछ दिनों से शिमला के संजोली की इस सड़क पर हंगामा चल रहा है, और इसकी वजह एक मस्जिद है, जो पुराने समय में एक फ्लोर की ही थी. लेकिन धीरे-धीरे, चोरी छिपे अब करीब 4 फ्लोर की बन चुकी है. लोगों की शिकायत है कि ये अवैध मस्जिद अपना रूप बदलते हुए, पूरे क्षेत्र की डेमोग्राफी बदल रही है.

मस्जिद पर शुरू राजनीति

हिमाचल प्रदेश के शहरी एवं विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि यहां पर 2010 में निर्माण शुरू किया गया. उन्होंने बताया कि यह जमीन सरकारी जमीन है और यह मस्जिद अवैध है और इसे गिराया जाना चाहिए.

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अब हिमाचल प्रदेश के मंत्री अनिरुद्ध सिंह के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कांग्रेस पर भाजपा की भाषा बोलने का आरोप लगाया. ओवैसी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया और कहा, क्या हिमाचल की सरकार भाजपा की है या कांग्रेस की? हिमाचल की मोहब्बत की दुकान में नफ़रत ही नफ़रत है.