Mandi Mosque Controversy: हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर में मस्जिद को लेकर इतना विवाद हुआ की आखिरकार अब मस्जिद की दो अवैध मंजिलें 30 दिन के भीतर गिराने का आदेश दिया गया है.

30 साल पुरानी है मस्जिद

यह फैसला 13 सितंबर को मंडी नगर निगम के आयुक्त एचएस राणा की कोर्ट ने सुनाया, मस्जिद करीब 30 साल पुरानी है, वहीं आरोप है कि मस्जिद की ऊपरी दो मंजिलों का निर्माण बिना अनुमति के किया गया है, जिसे अब गिराया जाएगा।

हिन्दुओं का प्रदर्शन जारी

नगर निगम कोर्ट में सुनवाई के दौरान भी प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया, पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मस्जिद के आसपास बैरिकेडिंग की और प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया।

नगर निगम ने मस्जिद कमेटी को इसके लिए 30 दिनों का समय दिया गया है. साथ ही सख्त आदेश देते हुए कहा कि या तो मस्जिद कमेटी खुद अवैध ढांचे हो हटा दें या फिर प्रशासन उसको तोड़ेगा.

अवैध ढांचा हटाना होगा

ऐसे में अब मस्जिद कमेटी को या तो अवैध ढांचा हटाना होगा नहीं तो 30 दिन के अंदर नगर निगम के आदेश के खिलाफ अपील करनी होगी.

बता दें कि मस्जिद के अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर विभिन्न हिंदू संगठन ने शुक्रवार को रैली निकाली. इस रैली के मद्देनजर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार भी की.

मंडी में इस जबरदस्त बवाल के बाद मंडी के डिप्टी कमिश्नर अपूर्व देवगन ने कहा कि अवैध निर्माण पर कार्रवाई होगी. मस्जिद को सील किया जाएगा.

वहीं, मंडी में अवैध निर्माण पर भारी बवाल के बीच डिप्टी कमिश्नर अपूर्व देवगन ने कहा कि अवैध निर्माण को लेकर जल्द पर कार्रवाई होगी, प्रशासन मस्जिद को सील करेगा।

इसी तरह शिमला की संजौली में स्थित एक पांच मंजिला मस्जिद को लेकर भी विवाद जारी है, यहां भी आरोप है कि मस्जिद की तीन मंजिलें अवैध रूप से बनाई गई हैं, इसके खिलाफ स्थानीय लोग पिछले 15 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं।