Firing On Donald Trump: एक बार फिर से अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार पर दूसरी बार हमला हुआ है, बताया जा रहा है कि ट्रंप जब गोल्फ के मैदान से खेलकर निकल रहे थे, तब उनको निशाना बनाने की कोशिश हुई.
जान से मरने की कोशिश
वहीं उन पर हुए इस हमले को FBI ने हत्या का प्रयास बताया है, ट्रंप पर लगभग 300 मीटर की दूरी पर कोर्स के किनारे झाड़ियों के बीच से किसी ने गोली चलाई.
जैसे ही ट्रंप पर हमलावर ने गोली चलाई सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाबी हमला कर बंदूकधारी को गिरफ्तार कर लिया, नाव के दौरान ट्रंप पर ये दूसरा हमला है, फिलहाल FBI और सीक्रेट सर्विसेज इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
हमलावर ने किया पोस्ट
हमलावर ने हमले से पहले अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि इस साल लोकतंत्र मतदान पर है और हम हार नहीं सकते, वहीं यह बात उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने भाषणों में बोलते आए हैं.
पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है, सुरक्षा एजेंसी ने हमलावर की पहचान 58 साल के रयान वेस्ले राउथ (Ryan Roth) के रूप में की है. घटनास्थल पर एक शक्ति वाली एके-47 शैली की राइफल और एक गोप्रो कैमरा बरामद किया गया.
पहले से आपराधिक रिकॉर्ड
बता दें कि हमलावर राउध का एक लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है और वो अपने सोशल मीडिया पर अक्सर राजनीति के बारे में पोस्ट करता रहता है. ट्रंप के ऊपर हुए इस हमले की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने निंदा की है और सुरक्षा एजेंसियों को जांच के निर्देश दिए हैं.
कौन है ट्रंप का हमलावर?
हमलावर राउध के लिंकडिन से मिली जानकारी के मुताबिक उसने नॉर्थ कैरोलिना एग्रीकल्चर एंड टेक्निकल स्टेट यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की थी. लिंकडिन पर राउथ ने खुद को मशीनरी माइंडेड और नए इंवेंशन और विचारों का समर्थक बताया है.
10 मार्च 2023 को जारी हुई एक रिपोर्ट में राउथ को यूक्रेन में IVC का चीफ बताया गया है. IVC एक निजी संगठन है जो वॉलेंटियर्स को एंपावर करता है और पूरे यूक्रेन में मानवीय सहायता के काम कर रहा है.
बताया जा रहा है कि आरोपी डोनाल्ड ट्रंप का आलोचक रहा है और काफी लंबे समय से डेमोक्रेट का समर्थन कर रहा है. उसने खुद को सोशल मीडिया पर अच्छे काम करने वाले व्यक्ति के रूप में प्रमोट किया है.
एक रिकॉर्ड के मुताबिक राउथ ने 2019 से अब तक 19 बार डोनेशन दिए हैं, जो 140 अमेरिकी डॉलर से ज्यादा है. उसने एक हवाई के पूर्व प्रतिनिधि तुलसी गबार्ड को भी डोनेशन दिया है, जो पहले डेमोक्रेट समर्थक थे और अब ट्रंप के साथ है.