Flood In Bihar: इस समय बिहार के लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं, लोगों के घरों में पानी घुस गया है, लोग अपने घरों को छोड़ कर दूसरे स्थानों पर जा रहे हैं, बिहार के कुछ जिलों में तो हालात काफी ज्यादा ख़राब हैं.
बाढ़ से हालात बेकाबू
बता दें, दरभंगा समेत कई जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, कोसी और कमला नदी के जलस्तर में मामूली कमी के बाद फिर वृद्धि हुई है जिससे निचले इलाकों में बसे लोगों को घर छोड़ने की संभावना बन गई है.
कई पंचायतों में लोग पानी से घिरे हुए हैं और राहत एवं बचाव कार्य जारी है, वहीं उत्तर बिहार में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. इस बीच बांधों के टूटने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.
लगातार टूट रहे बांध
पश्चिम चंपारण और दरभंगा जिले में सोमवार रात बांध टूटने से अफरातफरी मच गई, बता दें कि पश्चिम चंपारण जिले के बैरिया में रात करीब 10:30 बजे रात में घोडहिया के पास पाटजिरवा-डुमरिया रिंग बांध गंडक नदी के तेज बहाव में ध्वस्त हो गया.
बांध के टूटते ही आसपास के गांव में भगदड़ मच गई, वहीं, दरभंगा जिले के बिरौल में किरतपुर स्थित पश्चिमी कोसी तटबंध टूटने से कमला बलान के पूर्वी भाग के तटबंध पर पानी का दबाव बढ़ गया.
लाखों लोगों पर पड़ा असर
इस समय बिहार में 20 लाख लोग इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हैं. बचाव और राहत कार्यों का दौर भी जारी है.
वहीं आपको दें कि बिहार और नेपाल में एक बार फिर बारिश की वजह से बाढ़ के विकराल हालत बने हुए हैं. नेपाल में लगातार हुई 60 घंटों की बारिश ने कई नदियों का जल स्तर बढ़ा दिया है.
बिहार का शोक कही जाने वाली कोसी ने भी विकराल रूप धारण कर लिया है. 10 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. गांव के गांव पानी में डूबे हुए नजर आ रहे हैं.
गंडक नदी का पानी अब तेजी के साथ खेतों में लगे फसलों को डुबोते हुए गांव को भी अपने चपेट में लेने लगा है, पीडी रिंग बांध और चंपारण तटबंध के बीच बसे दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है.
इस समय लोग अपने घरों के सामानों को ऊंचे-ऊंचे स्थानों पर सुरक्षित रखने में जुटे हुए हैं. जबकि ध्वस्त हुए पीडी रिंग बांध को लेकर लोगों में आक्रोश है.