Kangana Ranaut Controversy: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की लोकसभा सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत अक्सर अपने बयानों से खुद को नई मुसीबत में दाल देती है, एक बार फिर से उन्ही के बयान ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी है.

कंगना को भेजा नोटिस

दरअसल, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर में स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट ने कंगना रनौत को भारत को असली आजादी 2014 में मिली वाले बयान पर नोटिस जारी किया है.

क्या है पूरा मामला?

बता दें, कंगना ने नवंबर 2021 में एक राष्ट्रीय मीडिया नेटवर्क के वार्षिक शिखर सम्मेलन में कहा था कि असली आजादी हमें 2014 में मिली है 1947 में तो भीख मिली थी, इस बयान पर उनकी आलोचना हुई थी, इस मामले में जबलपुर के अधिवक्ता अमित साहू ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की थी.

कंगना रनौत के इस बयान के बाद बवाल खड़ा हो गया था. कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री नसीम खान ने एक्ट्रेस पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग उठाई थी. कंगना के बयाने के बाद मुंबई में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं अलग-अलग जगहों पर विवादित बयान के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था.

अधिवक्ता अमित साहू ने 16 नवंबर 2021 को कंगना रनौत के इस बयान के खिलाफ जबलपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी, साहू ने अपनी याचिका में कहा कि कंगना का यह बयान न केवल स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान है, बल्कि इससे पूरे देश की भावनाएं आहत हुई हैं.

उन्होंने अदालत को यह भी बताया कि कंगना जैसी प्रसिद्ध हस्ती से ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी, और यह बयान देश को शर्मसार करने वाला है.

3 साल बाद जारी हुआ नोटिस

5 अक्टूबर को न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी (JMFC) विश्वेश्वरी मिश्रा की अदालत में मामले की सुनवाई हुई, जिसमें कोर्ट ने कंगना को नोटिस जारी करते हुए अगली सुनवाई की तारीख 5 नवंबर 2024 तय की.

फिल्म को लेकर विवदों में घिरीं

वहीं कंगना रनौत अपने बयानों के अलावा अपनी फिल्मों को लेकर भी अक्सर विवादों में रहती हैं, हाल ही में उनकी आने वाली फिल्म इमरजेंसी विवादों में घिरी रही, यह फिल्म भारत में 1975 से 1977 के बीच लागू किए गए आपातकाल के समय की कहानी पर आधारित है।