MP News: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहुप्रतीक्षित योजना आयुष्मान कार्ड को पलीता लगाने की कोशिश की जा रही थी. वहीं जैसे ही बात सामने आई तो अब स्वास्थ्य विभाग ने आयुष्मान कार्ड बनाने और निरीक्षण कार्य में लापरवाही के मामलों को गंभीरता से लेते हुए कड़ा कदम उठाया है.

100 से अधिक कर्मचारियों पर कार्रवाई

बता दें की विभाग ने 4 बीएमओ, 8 बीसीएम, 8 बीपीएम, 69 सीएचओ और 1 नेत्र सहायक समेत करीब 100 से अधिक कर्मचारियों पर कार्रवाई की है, इनमें 9 कर्मचारियों को निलंबित किया गया, जबकि अन्य कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं.

दरअसल प्रधानमंत्री के प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले आयुष्मान कार्ड और अन्य योजनाओं को लेकर इन कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही थी.

आयुष्मान योजना में लापरवाही का मामला

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय ऋषीश्वर ने बताया कि कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी की प्राथमिकता पर आदिवासी, गरीब और वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान कार्ड तैयार कराना है, ताकि उन्हें स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जा सके.

केंद्र सरकार की योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए आयुष्मान कार्ड बनने का अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान को शिवपुरी जिले में कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा लापरवाही बरतते हुए पलीता लगाया जा रहा था.

जब कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने बैठक ली तो समीक्षा बैठक में लापरवाही सामने आई. इसके बाद उन्होंने 100 कर्मचारियों को सस्पेंड करने के निर्देश दे दिए. इन कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है.

यह स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाए जाने पर और भी कार्रवाई हो सकती है. जिन कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है, उन पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी योजना का लाभ गरीबों तक पहुंचाने काफी देर की है. इस कार्रवाई से पूरे शिवपुरी जिले में हड़कंप मच गया है.