अमित बनवारी / नर्मदापुरम/आज सोमवार दिनांक 28.11.2022 को शासकीय गृहविज्ञान स्नाताकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय में जिला स्तरीय योगासन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें प्रतियोगिता के शुभारंभ में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आचार्य धुरंधर शर्मा गुरुकुल नर्मदापुरम, डॉ. अरुण सिकरवार, प्राध्यापक कैलाश डोंगरे, डॉ. संध्या राय, डॉ यशवंत निंगवाल, राकेश चौहान ने दीप प्रज्वलित कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर शासकीय गृह विज्ञान महाविद्यालय रहा, द्वितीय स्थान कुसुम महाविद्यालय सिवनी मालवा ने प्राप्त किया। प्रतियोगिता के निर्णायक देवराज सिंह राजपूत पूजा वैष्णव एवं मनु आर्य रहे।

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कार्यक्रम के समापन अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. श्रीमती कामिनी जैन ने विजेता उपविजेता टीमों को ट्राफी प्रदान कर पुरस्कृत किया। अपने उद्बोधन में डॉ. श्रीमती कामिनी जैन ने कहा कि योग हमारी सांस्कृतिक आध्यात्मिक विरासत है योग से व्यक्ति का शारीरिक मानसिक एवं आध्यात्मिक विकास होता है। विद्यार्थियों में योगाभ्यास करने से एकाग्रता बढ़ती है विभिन्न प्रकार के आसनों से शारीरिक विकास एवं होकर मानसिक तनाव दूर होता है प्राणायाम के माध्यम से भस्त्रिका, अनुलोम विलोम, भ्रामरी और उदगीथ से विद्यार्थियों का मानसिक विकास होता है। योग के क्षेत्र में छात्राएं भी अपना परचम राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर फहरा रही है। योग विभाग के प्रभारी डॉ संध्या राय ने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए उनको शुभकामना दी। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ अरुण सिकरवार ने कहा योग का क्षेत्र बहुत विस्तृत है और योग में अब रोजगार के अवसर भी प्राप्त होने लगे हैं और सभी क्षेत्रों में योग और ध्यान की आवश्यकता पड़ती है। आम आदमी भी स्वस्थ रहने के लिए को स्वास्थ्य सुधारने के लिए योगाभ्यास करते हैं ऋषि-मुनि आध्यात्मिक चिंतन के लिए एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए योग करते हैं। कार्यक्रम का संचालन योगाचार्य रघुवीर सिंह राजपूत ने किया एवम किरण विश्वकर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया।