इंदौर की विद्या पैलेस कॉलोनी में वंदना रघुवंशी की हत्या के मामले में पुलिस अभी भी बेसुराग नजर आ रही है। पुलिस ने महिला के पति राहुल रघुवंशी से लेकर उसे कॉल करने वालों और उसकी सहेलियों से भी पूछताछ की। इसके साथ ही उनकी लोकेशन की भी जानकारी निकाली, लेकिन कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा। महिला के अनैतिक गतिविधियों में लिप्त होने की बात पुलिस के सामने जरुर आई है। इस एंगल पर भी पुलिस अपनी जांच कर रही है।
दरअसल, रविवार दोपहर को विद्या पैलेस कॉलोनी की एक बिल्डिंग में वंदना पति राहुल रघुवंशी निवासी नंदानगर क्षेत्र की खून से सनी लाश मिली थी। सूचना पर पुलिस ने मौका मुआयना किया। एफएसएल की टीम ने भी जांच की। महिला की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की गई थी। जहां महिला का शव मिला वहां आसपास खून फैला हुआ था। एफएसएल टीम को पहले आंख में मिर्ची झोंककर फिर हत्या करने की बात पता चला, क्योंकि घटना स्थल पर मिर्ची पावडर भी उन्हें मिला।
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जिस कमरे में ये घटना हुई वहां पुलिस को संघर्ष के निशान भी मिले। कुछ दिनों पहले ही वंदना इस घर में किराए से रहने आई थी। वंदना ने पति को यहीं बताया था कि वह टिफिन सेंटर पर काम करती थी।
कॉल डिटेल में सहेलियों और कस्टमर के नंबर
TI संजय शुक्ला के मुताबिक वंदना के मोबाइल की कॉल डिटेल में उसकी सहेलियों और कस्टमर के नंबरों की जानकारी मिली। इसके बाद सभी से पूछताछ और उनकी लोकेशन निकाली। हालांकि ऐसा कुछ नहीं मिला। कुछ लोगों ने तो वंदना की मौत के बाद भी उसके मोबाइल के कॉल किए। जिन लोगों ने फोन किए थे, उनका भी वैरिफिकेशन किया गया।
तीन साल से लिप्त होने की बात आई सामने
TI के मुताबिक फिलहाल हत्या का मामला ब्लाइंड है। ये बात भी सामने आई है कि वंदना पिछले तीन साल से वह अनैतिक गतिविधियों में लिप्त थी। टिफिन सेंटर का सिर्फ नाम ही था। इस मामले से जुड़ी लड़कियों से पूछताछ में पता चला कि इस काम में सिर्फ व्यवहार ही काम आता है। जब विश्वास होता है तो ही लोग आते हैं।
पारिवारिक विवाद भी नहीं
उन्होंने बताया इस मामले में पारिवारिक लोगों से भी जानकारी निकाली गई, लेकिन पारिवारिक विवाद की बात भी सामने नहीं आई है न ही पति से कोई विवाद की बात पता चली है। पति से भी पूछताछ की उसकी भी लोकेशन निकाली लेकिन कोई शक अभी तक सामने नहीं आया।
30 से ज्यादा लोगों से हो चुकी है पूछताछ
इस मामले में वंदना के घर के आसपास के लोगों से, उसे जानने वालों से, संदिग्धों से ऐसे करीब 30 से 35 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। इस पूछताछ के बाद भी पुलिस को कोई अहम जानकारी नहीं मिली है। मगर पुलिस को ये अशंका जरुर है कि किसी परिचित ने ही इस घटना को अंजाम दिया है।