नई दिल्ली: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर संसद के दोनों सदनों में चर्चा हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर साढ़े तीन बजे लोकसभा में जवाब देंगे. पीएम मोदी आज संसद में एक ख़ास जैकेट पहने नजर आए. यह नीले रंग की है, लेकिन इसकी खास बात यह है कि यह जैकेट प्लास्टिक की बोतलों PET से बनी है. यह इन बोतलों को रिसाइकल करके बनाई गई है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने पीएम को बेंगलुरु में इंडिया एनर्जी वीक में यह जैकेट भेंट की थी. ऐसी दस करोड़ बोतलों को रिसाइकल करने का लक्ष्य रखा गया है. पेट्रोल पंप के असिस्टेंट को यही जैकेट दी जाएगी.

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महुआ मोइत्रा पर हेमामालिनी:

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के कल सदन में असंसदीय शब्दों के प्रयोग भाजपा सांसद हेमामालिनी ने कहा कि ऐसे शब्दों से बचना चाहिए. उनका बोलने का तरीका ही ऐसा है. वहीं महुआ मोइत्रा ने कहा कि कल बहुत शुभ दिन था. सारे देश ने सुना. बीजेपी से हमें पार्लियामेंट्री एटीकेट सीखने की ज़रूरत नहीं है. मैं Apple को Apple ही बोलूंगी, संतरा नहीं बोलूंगी. मुझे कोई अफ़सोस नहीं है. मैं अपनी बात पर क़ायम हूं.

सदन के अंदर मर्यादा जरूरी: रमेश बिधूड़ी:

बीजेपी के सांसद रमेश बिधूड़ी ने महुआ मोइत्रा को लेकर कहा कि माफी तो उनके नेता ने मांगी है, उनका व्यवहार इस प्रकार का संसद में है. निजी जीवन में चरित्र कुछ भी हो सकता है, किसी प्रकार का व्यवहार करें, उस पर रोक-टोक नहीं है. लेकिन जब जनता जनप्रतिनिधि के तौर पर चुनकर भेजती है, तो सदन के अंदर मर्यादा के तहत काम करना चाहिए. दुनिया और सवा सौ करोड़ देश के लोग देखते हैं. सुदीप बंदोपाध्याय को क्यों उनकी वजह से माफी मांगनी पड़ी वह उनसे भी जा कर पूछ लें.

भाजपा सांसद विनोद सोनकर ने कहा-टीएमसी से उम्मीद नहीं
भाजपा सांसद विनोद सोनकर ने कहा कि टीएमसी के नेताओं और महुआ मोइत्रा से इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं की जा सकती है. निश्चित रूप से महुआ ने जिन शब्दों का कल प्रयोग किया है, वह न उस सदन के गरिमा के अनुरूप है और न ही महिला होने के नाते उनके अनुरूप है. लगता है टीएमसी और महुआ का संस्कार ही यही है. हमको महुआ को एटीकेट सिखाने की जरूरत नहीं है. जिसका संस्कार ऐसा हो, वह अच्छी चीज सीख ही नहीं सकता.

राहुल गांधी को विशेषाधिकार नोटिस भेजा
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि राहुल बिना नोटिस के किसी पर आरोप नहीं लगा सकते. प्रधानमंत्री के खिलाफ जो बोले हैं, उसको अपनी तरफ से सत्यपित करें. हमने उनको विशेषाधिकार नोटिस भेजा है. इसमें सदस्यता तक जा सकती है.