नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के निधन पर बेंगलुरु के कक्षा-2 के छात्र आरुष श्रीवत्स ने शोक जताते हुए उन्हें पत्र लिखा जिसके जवाब में पीएम का पत्र वायरल हुआ है। पीएम ने लिखा, मां का निधन अपूरणीय क्षति है और यह दर्द बयां नहीं किया जा सकता।” उन्होंने लिखा, “ऐसे जेस्चर मुझे इस क्षति से उबरने की…हिम्मत देते हैं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरी कक्षा के एक छात्र की ओर से अपनी मां के निधन के बाद भेजे गए शोक पत्र का जवाब दिया है और किशोर को उसके विचारों और प्रार्थना के लिए धन्यवाद दिया है। प्रधानमंत्री ने अपने जवाब में कहा, ‘मां का बिछड़ना एक अपूरणीय क्षति है। इसकी पीड़ा अवर्णनीय है। लेकिन मैं आपको अपने विचारों और प्रार्थनाओं में शामिल करने के लिए धन्यवाद देता हूं। आपका प्यार और आराम मुझे इस नुकसान को सहन करने की शक्ति और साहस देता है।
This is the quality of a true Statesman! Hon'ble PM @narendramodi ji responds to the condolence letter of a class 2 student. These are life changing gestures that will steer the life of this young one in the right direction. pic.twitter.com/97P9fIrQLP
— KhushbuSundar (@khushsundar) February 15, 2023
छात्र का प्रधानमंत्री को लिखा पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के कक्षा 2 के छात्र आरुष ने 30 दिसंबर 2022 को लिखे एक पत्र में प्रधानमंत्री मोदी की मां हीराबेन के निधन पर अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता खुशबू सुंदर ने ट्विटर पर पत्र शेयर किया है।
माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर लैटर साझा करते हुए लिखा, यह एक सच्चे राजनेता की गुणवत्ता है! माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी ने कक्षा 2 के एक छात्र के शोक पत्र का जवाब दिया। ये जीवन बदलने वाले इशारे हैं जो इस युवा के जीवन को सही दिशा में ले जाएंगे।’ प्रधानमंत्री मोदी की मां का निधन पिछले साल 30 दिसंबर को 100 साल की उम्र में गुजरात के अहमदाबाद में हुआ था।
मां के निधन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘एक गौरवशाली सदी का भगवान के चरणों में समापन… मां में, मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति को महसूस किया है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निस्वार्थ कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध जीवन शामिल है।’