Google पैरेंट अल्फाबेट इंक के लगभग 1,400 कर्मचारियों ने छंटनी प्रोसेस के दौरान कर्मचारियों के बेहतर ट्रिटमेंट के लिए एक पिटिशन पर साइन किए हैं. कर्मचारियों ने कंपनी द्वारा 12,000 नौकरियों में कटौती के ऐलान के बाद चीफ एग्जिक्यूटिव सुंदर पिचाई को एक ओपन लेटर लिखा है।

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इस लेटर में कर्मचारियों ने अपनी कई मांगें रखी हैं. इसमें पहली मांग ये है कि छटंनी प्रोसेस तक नई भर्तियों पर रोक लगाई जाए. इसके अलावा किसी को भी नौकरी से निकालने से पहले या नौकरी पर काम करने का टाइम पीरियड कम करने से पहले उनसे एक बार पूछा जाए. कर्मचारियों ने लेटेर में कहा कि जिन लोगों को भर्ती के टाइम पर नौकरी से निकाला गया है उन्हें प्रायोरिटी दी जाए, नौकरी का शेड्यूल्ड पीरियड खत्म करने दिया जाए, इसके अलावा माता-पिता के निधन के टाइम पर शोक पीरियड में छुट्टी लेने की आजादी दी जाए और उन्हें इस दौरान सैलरी भी दी जाए।

लेटर में कहा गया है कि अल्फाबेट के अपने वर्कफोर्स को कम करने के फैसले का प्रभाव वैश्विक है. इसके अलावा कहीं भी कर्मचारियों की आवाज पर सही तरह विचार नहीं किया गया है. पेंडामिक के बाद की मंदी में खर्च को कम करने के लिए इंवेस्टर्स के दबाव के बाद कंपनी अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 6 प्रतिशत की कटौती करेगी. मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक, Amazon.com इंक और माइक्रोसॉफ्ट उन टेक दिग्गजों में से हैं जिन्होंने ग्रोथ और हायरिंग के सालों के बाद हाल के महीनों में कर्मचारियों की संख्या घटाई है.

आपको बता दें कि गूगल अच्छे वर्क कल्चर, सैलरी पैकेज, कर्मचारियों को बेहतर केयरटेक और कई सुविधाएं देने के लिए जाना जाता रहा है. फिलहाल हाल के दिनों में गूगल पर कर्मचारियों की छंटनी बड़े लेवल पर हुई है. जनवरी के महीने में ही अल्फाबेट ने 6 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करने का ऐलान किया था.