मानहानि केस में राहुल गांधी दोषी पाए गए. इस मामले में सूरत की एक अदालत ने कांग्रेस नेता को दो साल की जेल की सजा सुनाई. हालांकि, इसलके कुछ देर बाद उन्हें जमानत भी मिल गई. सजा की घोषणा के बाद राहुल गांधी ने महात्मा गांधी का कोट करते हुए कहा कि मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है. राहुल के इस ट्वीट का जवाब देते हुए बीजेपी ने ट्वीट कर पूछा कि सत्य, अहिंसा का ये कैसा खेल है?

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इसके बाद बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने निशाना साधते हुए कहा कि मैं देख रहा था कि राहुल गांधी ने कहा कि वो सत्य और अहिंसा में विश्वास करते हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि सत्य और अहिंसा में यकीन करना क्या लोगों को अपमानित करना है? देश को जातिसूचक गाली देना है? उन्होंने कहा राहुल गांधी ने कितनी भद्दी बातें कहीं कि उसे मैं दोहरा भी नहीं सकता.

रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अगर राहुल गांधी को अगर लोगों को अपमानित करने और गाली देने का अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी मानहानि का केस करने का अधिकार है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी कोर्ट में विश्वास नहीं करती है. बता दें कि राहुल गांधी ने कर्नाटक में 2019 की चुनावी रैली में कहा था… सारे चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है? इसी मामले में उनपर मानहानि का केस दर्ज किया गया था और सूरत की एक अदालत ने उन्हें दो साल जेल की सजा सुनाई. आइए जानते हैं इस मामले को लेकर किसने क्या कहा…?

वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राहुल को फंसाना ठीक नहीं है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि हमारे कांग्रेस से मतभेद हैं मगर राहुल गांधी जी को इस तरह मानहानि मुकदमे में फसाना ठीक नहीं. उन्होंने आगे कहा कि गैर बीजेपी नेताओं और पार्टियों पर मुकदमे करके उन्हें खत्म करने की साजिश हो रही है.

राहुल गांधी की सजा के ऐलान के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी जी और अमित शाह बहुत घमंड में हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सत्य और अहिंसा के सिपाही हैं. सरकारी तंत्र के दबाव में वो असत्य के सामने झुकने वाले नहीं हैं. राहुल जी एवं कांग्रेस पार्टी फासिस्ट ताकतों के खिलाफ मजबूती से लड़ती रहेगी.