लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर मोदी विरोधी पार्टियोंको एकजुट करने की कवायद शुरू हो गई थी. पिछले शुक्रवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव, गुरुवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ बैठक के बाद तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शुक्रवार दोपहर एचडी कुमारस्वामी के साथ बैठक करेंगी. पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के बेटे आज मीटिंग के लिए ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित घर आ रहे हैं. 19 जनवरी 2019 के बाद कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एक बार फिर कोलकाता में कदम रख रहे हैं।

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समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर मिलने पहुंचे थे. कल, गुरुवार को, ममता बनर्जी ने भुवनेश्वर में ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजद नेता नवीन पटनायक के साथ बैठक की थे. दोनों ने इस बात पर जोर दिया था कि लोकतांत्रिक अधिकारों को सुरक्षित किया जाना चाहिए, नवीन पटनायक से मुलाकात के बाद आज ममता बनर्जी पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के बेटे एचडी कुमारस्वामी से कोलकाता में उनके आवास पर मिलने जा रही हैं. इसके पहले तृणमूल नेता आज दोपहर में बीरभूम जिला तृणमूल नेतृत्व मिलेंगी. उस मुलाकात के बाद जेडी (एस) नेता कुमारस्वामी ममता के कालीघाट स्थित आवास पर आएंगे. दोनों नेताओं के बीच मुलाकात होगी. ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनावों के दृष्टिकोण के रूप में राष्ट्रीय राजनीति में तेजी से सक्रिय हो रही हैं.

राजनीतिक हलकों के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो देश के विभिन्न हिस्सों से क्षेत्रीय दलों के साथ संबंध बनाए रखकर 2024 में भाजपा विरोधी गठबंधन बनाने की कोशिश कर रही हैं. वहीं, वह कांग्रेस से दूरी बनाए हुए है. तृणमूल कांग्रेस ने ऐलान किया है कि पार्टी पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. हालांकि, तृणमूल राष्ट्रीय स्तर पर समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ हाथ मिलाना चाहती है. इसलिए अखिलेश यादव कोलकाता में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति में शामिल होने आए तो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घर आए और भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ लड़ने को कहा. नवीन पटनायक कभी भाजपा नीत राजग का हिस्सा थे. अब वह भी बीजेपी के खेमे में नहीं हैं. लिहाजा ममता बनर्जी ने उन्हें बीजेपी विरोधी खेमे में शामिल करने की पहल की है. और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री इस बार कोलकाता आ रहे हैं. भाजपा विरोधी गठबंधन को एकजुट करने की कवायद होगी.