राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल के अपहरण केस में दोषी और हत्या केस के आरोपी माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा प्रयागराज की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट ने सुना दी है. अब माफिया की सारी उम्र जेल के अंधेरे में कटेगी. ऐसे में अतीक को सजा सुनाने वाले जज दिनेश चंद्र शुक्ल की सुरक्षा बढ़ाई गई है. उन्हें Y कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है. जज के साथ 8 सुरक्षाकर्मी रहेंगे, जिसमें दो कमांडो रहेंगे.

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आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद को उमेश पाल के अपहरण केस में सुनवाई के लिए साबरमती जेल से सड़क के रास्ते लगभग 1300 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रयागराज लाया गया. उमेश अपहरण केस में 11 आरोपियों में से अतीक समेत तीन को दोषी करार कर उम्रकैद की सजा सुनाई गई, जबकि 7 को बरी कर दिया गया.

आपको बता दें कि केंद्र सरकार की सुरक्षा में 5(X, Y, Y+, Z और Z+) कैटेगरी शामिल की गई हैं. सरकार खतरे के हिसाब से ही व्यक्ति को सुरक्षा उपलब्ध कराती है. एक्स कैटेगरी में दो सुरक्षाकर्मी और एक पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर दिया जाता है. वाई कैटेगरी के तहत 11 सुरक्षाकर्मी व्यक्ति की सुरक्षा में तैनात किए जाते हैं. जिसमें दो कमांडो और दो पीएसओ रहते हैं. वहीं, वाई प्लस कैटेगरी में 11 सुरक्षाकर्मियों के साथ एस्कॉर्ट वाहन भी रहता है. साथ ही एक गार्ड कमांडर और चार गार्ड घर पर तैनात रहते हैं.

चौथी यानी जेड कैटेगरी के तहत 22 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाते हैं. जिसमें 6 एनएसजी के कमांडो, दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के जवान शामिल रहते हैं. आखरी और सबसे पावरफुल जेड प्लस कैटेगरी में 58 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं. जिसमें 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो, एक बुलेटप्रूफ कार, 2 एस्कॉर्ट वाहन और घर के बाहर पुलिस कैम्प लगता है.