नर्मदापुरम- ग्वालटोली क्षेत्र में रेलवे फुट ओवर ब्रिज और ओवर ब्रिज के शीघ्र निर्णाण के लिए नगर कांग्रेस ने धरना दिया । वरिष्ठ कांग्रेसी महेश पांडेय ने कहा कि भाजपा सरकार ग्वालटोली क्षेत्र के साथ सालो से सौतेला व्यवहार कर रही है । नगर अध्यक्ष राकेश शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता शिवराज चंद्रोल ने कहा कि भाजपा के राज में फुट ओवर ब्रिज भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ गया । आज जनता परेशान रेलवे स्टेशन पर रोज पटरियों को क्रॉस कर रही है जिससे दुर्घटनाए बढ़ रही है ,कांग्रेस विचार बिभाग अध्यक्ष भूपेश थापक, युवा नेता कपिल यादव ने कहा कि ग्वालटोली क्षेत्र के लिए ओवर वृज का उतारना आवश्यक है तभी इस क्षेत्र का विकास हो पाएगा ।
<h4 style=”text-align: center;”><a href=”https://t.me/DVNewsLive” target=”_blank” rel=”noopener”><span style=”text-decoration: none; color: white; background-color: #f44336; padding: 14px 25px; text-align: center; display: inline-block;”>Join DV News Live on Telegram</span></a></h4>
जिला प्रवक्ता धर्मेंद्र तिवारी, नेता प्रतिपक्ष अनोखेलाल राजोरिया ने टेचिग ग्राउंड में कचरे की दुर्गंध से जनता का जीना मुश्किल है पर भाजपा के नेताओ को इसकी सुध नही है । युवा प्रवक्ता बलवीर चौहान, गुलाम हैदर ने कहा कि जबतक ग्वालटोली क्षेत्र का विकास नही होगा, नर्मदापुरम के पूर्ण विकास की कल्पना नही की जा सकती ।
धरने में बताया कि बहुत लंबे अरसे से ग्वालटोली उपनगरीय छेत्र के लगभग 25-30 हजार नागरिकों की सबसे बड़ी समस्या स्थानीय रेलवे स्टेशन पर पुराना फुट ओवर ब्रिज तोड़ तोड़ना है इससे आदमगढ़ , बंगाली कॉलोनी , महिमा नगर , ईदगाह , संजय नगर , एस पी एम मिल कॉलोनी निवासीयों को शहर से कनेक्टिविटी खत्म कर दी गई है , स्कूली बच्चों , छात्राओं , महिलाओं बुजुर्गों को रेलवे नियमों की अवेलना कर तथा अपनी जान जोखिम में डालकर पटरी पार कर शहर में जाना पड़ता है इसके चलते कई दुखद घटना हो चुकीं हैं । जनहित में फिरसे पुराने फुट ओवर ब्रिज के शीघ्र निर्माण की मांग को लेकर अपर तहसीलदार और उप स्टेशन अधीक्षक को ज्ञापन दिया ।
इस अवसर पर नगर कांग्रेस अध्यक्ष राकेश शर्मा, महेश पांडेय, नेता प्रतिपक्ष अनोखेलाल राजोरिया, बबलू राठौड़, मोहन झालिया, धर्मेंद्र तिवारी, भूपेश थापक, प्रदेश प्रवक्ता शिवराज चंद्रोल, गुलाम हैदर, लखनलाल रघुवंशी, बलवीर चौहान, परमजीत सिंह सलूजा, कपिल यादव, आनंद कांस्कार, दिलीप कहार, मोहन बैद्य, अमित खत्री, गौरी महाराज, बबलेश पटेल, रोहित शाह, प्रदीप मांझी, हीरालाल, उमाशंकर यादव, कमलेश बाथरे, हरगोविंद यादव, राहुल चंद्रोल, अफराज़ खान, राहुल संकट, शिवा यादव, आनंद, ने भी अपने विचार रखे ।