Adani Row: उद्योगपति गौतम अडानी पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर हंगामा जारी है। ताजा खबर यह है कि इस पर संसद में भी हंगामा हुआ। विपक्ष ने चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया, जिस पर दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित करना पड़ी। इससे पहले कांग्रेस ने इस मुद्दे पर बड़े प्रदर्शन की योजना बनाई है। सोमवार को कांग्रेस नेता न केवल संसद, बल्कि सड़क तक इस मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
Join DV News Live on Telegram
कांग्रेस नेता पी. चिंदबरम ने कहा कि सरकार अडानी के मुद्दे पर चर्चा नहीं चाहती है। यही कारण है कि सत्र बार-बार स्थगित किया जा रहा है।
संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) या सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में अडानी समूह के मामले की जांच की मांग को लेकर विपक्षी सांसद संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के विरोध में इकट्ठा हुए। देखिए तस्वीर
वीडियो: अडानी-हिंडनबर्ग और अन्य मुद्दों पर रणनीति बनाने के लिए संसद भवन में विपक्षी दलों की बैठक हुई, जिसमें कांग्रेस, DMK, NCP, BRS, JD(U), SP, CPM, CPI, केरल कांग्रेस (जोस मणि), JMM, RLD, RSP, AAP, IUML, RJD और शिवसेना मिले। यह बैठक LoP मल्लिकार्जुन खड़गे के चैंबर में हुई।
Delhi | Opposition parties – Congress, DMK, NCP, BRS, JD(U), SP, CPM, CPI, Kerala Cong(Jose Mani), JMM, RLD, RSP, AAP, IUML, RJD & Shiv Sena meet in LoP Mallikarjun Kharge’s Chamber in Parliament Building to chalk out a strategy on Adani-Hindenburg & other issues.
(Video: AICC) pic.twitter.com/2z6ubrMB5J
— ANI (@ANI) February 6, 2023
कांग्रेस कार्यकर्ता देशभर में जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के कार्यालयों और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की शाखाओं के सामने प्रदर्शन करेंगे। दिल्ली में एनएसयूआई-यूथ कांग्रेस की ओर से संसद थाने स्थित एसबीआई कार्यालय और एलआईसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा।
वहीं कांग्रेस सांसद संसद भवन में गांधी प्रतिमा के पास धरना देंगे। कांग्रेस को अडानी मुद्दे पर अन्य विपक्षी दलों का समर्थन मिल रहा है, लेकिन यह देखना होगा कि इस विरोध प्रदर्शन में भारत राष्ट्र समिति, आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टियां शामिल होती हैं या नहीं।
बसपा और जनता दल (सेक्युलर) ने इस विरोध प्रदर्शन से दूरी बनाए रखी है। कांग्रेस का आरोप है कि वह इस मुद्दे पर संसद में बात करना चाहती है, लेकिन सरकार मौका नहीं दे रही।
विपक्ष का आरोप है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों जैसे एसबीआई और एलआईसी में अडानी समूह के निवेश का मध्यम वर्ग की बचत पर बड़ा प्रभाव पड़ा है।