बजट सत्र के 8वें दिन बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस और भाजपा सांसदों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की स्पीच के दौरान कई पल ऐसे आए जब हंसी-ठिठोली भी हुई। मोदी-शाह की वॉशिंग मशीन, हरिश्चंद्र का जिक्र हुआ। खड़गे ने शेर सुनाया तो सभापति भी शायराना हो गए।

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40 मिनट की स्पीच के दौरान खड़गे सभापति जगपति धनखड़ से भी उलझते दिखे। उन्होंने अड़ाणी-PM मोदी के रिश्ते, अडाणी के तेजी से अमीर बनने, अडाणी की कंपनियों को लेकर सवाल पूछे।

पहला मौका: दरअसल, खड़गे ने कहा कि PM मोदी हमेशा चुनावी मोड में दिखाई देते हैं। इधर संसद चलती रहती है, उधर मेरे संसदीय क्षेत्र कलबुर्गी में गए हैं। अरे भई मेरा एक ही एक संसदीय क्षेत्र मिल रहा है आपको। और एक संसदीय क्षेत्र में दो-दो मीटिंग। खड़गे के इतना कहते ही सदन में ठहाके गूंज उठे। PM मोदी भी खिलखिलाकर हंस पड़े।

दूसरा मौका: इसके कुछ देर बाद खड़गे अडाणी पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा किस तरह से एक आदमी 12 लाख करोड़ पर कब्जा करके बैठा है। JPC बनाइए और अगर ये घोटाला करने वाले हरिश्चंद्र निकले, पाक-साफ निकले तो हम इन्हें माला पहनाएंगे।

इस पर सभापति बोले फिर कब्जा…! खड़गे ने फौरन टोका और कहा- JPC बने। सभापतिजी बहुत अच्छे एडवोकेट हैं। आपकी कुछ बातें बताऊं। आपने मुझसे कहा था कि शुरू-शुरू में मैं हाथ से पैसे गिनता था। फिर मशीन से पैसे गिनने शुरू कर दिए। इस पर सभापति बोले: ‘वकील वाली बात ऑथेंटिकेट करने की जरूरत नहीं। हाथ जोड़ता हूं। मैंने मशीन से पैसे गिनने की बात नहीं की थी। लगता है कि आप मुझ पर भी JPC बैठाएंगे।

खड़गे ने कहा, ‘कहीं क्रिश्चियन का धार्मिक स्थल, उस पर निगाहें हैं। शेड्यूल कास्ट मंदिर गया तो उसे मारते हैं, सुनवाई नहीं होती। शेड्यूल कास्ट को हिंदू मानते हैं ना, तो उसे मंदिर में क्यों नहीं जाने देते। उसके घर जाकर खाना खाकर मंत्री फोटो शेयर करते हैं। जब धर्म एक है तो उसे मंदिर में क्यों नहीं जाने देते हो। एक तरफ वो हमारे साथ भी नफरत करते हैं। धर्म-जाति-भाषा के नाम पर नफरत कर रहे हैं। नफरत छोड़ो और भारत को जोड़ो। राष्ट्रपति राधाकृष्णन ने कहा था कि हिंदू हो या मुसलमान, राजा हो या किसान…सबका सम्मान करना चाहिए।’

अब पढ़िए राज्यसभा में क्या-क्या हुआ……

पब्लिक सेक्टर होते तो लाखों जॉब्स होते, अडाणी के पास सिर्फ 20 हजार लोग काम करते हैं
इस व्यक्ति को जो प्रोत्साहन मिला है। बैंकों ने 82 हजार करोड़ लोन दिया। मोदीजी को मालूम होगा कि गुजरात में किसानों को 31 पैसे बकाया के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिला। पैसा भी हमारा, पोर्ट, एयरपोर्ट भी हमारे। हमारे ही पैसे से ये सेक्टर खरीद रहे हैं। अगर पब्लिक सेक्टर जिंदा होते तो उसमें रिजर्वेशन होता, नौकरियां होतीं। ‌BSNL होता, या ऐसे पब्लिक सेक्टर होते तो 30 लाख रोजगार होता और 15 लाख रिजर्वेशन मिलता। 10 फीसदी इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन को मिलता। सब प्राईवेट कर दे रहे हैं। जो रोजगार था, वो खत्म कर दे रहे हैं। आप तो गरीबों की बात करते हैं ना, आप पब्लिक सेक्टर क्यों खत्म कर रहे हैं। 10 लाख रोजगार यहां पर हैं। अडाणी को 82 हजार करोड़ दे दिए और उसके पास 20 हजार लोग काम करते हैं।

सभापति: इसे ऑथेंटिकेट कर दीजिए। ये कोर्ट का ऑर्डर नहीं है। इस मंच से केवल उसी विषय में बात होगी, जो देश से जुड़ा होगा। बिना आधार के इस जगह से आरोप नहीं लगाए जा सकते हैं।

खड़गे: अगर मैं सच कहता हूं तो ये राष्ट्रविरोधी है। मैं किसी भी आदमी से ज्यादा देशभक्त हूं। मैं अफगानिस्तान या जर्मनी से नहीं आया हूं। मैं भारतीय हूं। आप मेरी भावनाएं आहत कर रहे हैं।

सभापति: मैं जानता हूं कि आप देशभक्त हैं मिस्टर खड़गे। मैं ना इस तरफ हूं और ना उस तरफ… मैं संविधान की साइड में हूं।

खड़गे: किस तरह से एक आदमी 12 लाख करोड़ पर कब्जा करके बैठा है। JPC बनाइए और अगर ये घोटाला करने वाले हरिश्चंद्र निकले, पाक-साफ निकले तो हम इन्हें माला पहनाएंगे।

सभापति: फिर कब्जा…!

खड़गे: JPC बने। सभापतिजी बहुत अच्छे एडवोकेट हैं। कुछ बातें बताऊं। आपने मुझसे कहा था कि शुरू-शुरू में मैं हाथ से पैसे गिनता था। फिर मशीन से पैसे गिनने शुरू कर दिए।
सभापति: वकील वाली ऑथेंटिकेट करने की जरूरत नहीं। हाथ जोड़ता हूं मैंने मशीन से पैसे गिनने की बात नहीं की। लगता है कि आप मुझे JPC में डालेंगे। इन्होंने ये कहा है कि मेहनत करते जाओ, छलांग अपने आप लगती जाएगी।

खड़गे: आप लोगों की सरकार नहीं बनती तो ED और CBI लगा देते हैं। तोड़फोड़ करके सरकार बनाते हैं। एक-दो सरकार कम बनी तो क्या होगा। कहीं ना कभी चाभी फिराकर आप लोगों को पार्टी में ले आते हो। कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, मणिपुर और गोवा की सरकार। कितने सबूत हैं। मोदी-शाह ने एक वॉशिंग मशीन खरीदी है। जो भी ED-इनकमटैक्स केस वाले लोगों को अपनी पार्टी में लेते हैं और वॉशिंग मशीन में डाल देते हैं। वो क्लीन होकर निकलते हैं।

सभापति: बिना आधार के ऐसे बयान नहीं दिये जाने चाहिए। ऐसे बयानों से संस्थानों की गरिमा गिरती है। आज की कार्यवाही पूरी होने तक इसका आधार बताइए।