अमेरिका ने कहा है कि वह चाहता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने की पहल करें। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी से शुक्रवार को व्हाइट हाउस में युद्ध को लेकर सवाल पूछा गया था कि क्या अभी भी PM मोदी राष्ट्रपति पुतिन से बात कर इस युद्ध को बंद करवा सकते हैं। इसके जवाब में किर्बी ने यह बात कही।

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किर्बी ने कहा- मुझे लगता है कि पुतिन अभी भी युद्ध को रोक सकते हैं। इसके लिए PM मोदी जो भी कोशिश करना चाहते हैं, वो उन्हें करना चाहिए। अमेरिका ऐसी किसी भी पहल का स्वागत करेगा, जिससे युद्ध जल्द से जल्द खत्म हो सके और दोनों देशों की दुश्मनी खत्म हो जाए।

किर्बी ने मोदी के पुराने बयान का जिक्र किया
किर्बी ने PM मोदी के बयान का जिक्र भी किया। दरअसल, मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत के दौरान कहा था कि यह युद्ध का युग नहीं है। किर्बी ने कहा कि मोदी का बयान सिद्धांतों वाला बयान था, उनका मानना ​​​​है कि वो सही हैं और अमेरिका ने उनके बयान का स्वागत किया था और यूरोप ने भी इसे सकारात्मक तरीके से स्वीकार किया था।

मोदी ने शंघाई समिट में कहा था- हम शांति के रास्ते पर बढ़ सकते हैं
PM मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की मुलाकात 2022 में उज्बेकिस्तान के समरकंद में SCO की मीटिंग के इतर हुई थी। यह बैठक 50 मिनट चली। इस दौरान मोदी ने कहा था, ‘आज का युग जंग का नहीं है। हमने फोन पर कई बार इस बारे में बात भी की है कि लोकतंत्र कूटनीति और संवाद से चलता है। हम पिछले कई दशकों से हर पल एक-दूसरे के साथ रहे हैं। आज SCO समिट में भी आपने भारत के लिए जो भावनाएं व्यक्त की हैं, उसके लिए मैं आपका आभारी हूं।’

उस समय इस बयान को वर्ल्ड लीडर्स ने स्वीकार किया था और इंटरनेशनल मीडिया ने भी इसकी प्रशंसा की थी।

रूस- यूक्रेन जंग पर किर्बी के बयान की बड़ी बातें

किर्बी ने रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए राष्ट्रपति पुतिन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा- यूक्रेनी लोगों के साथ जो हो रहा है उसके लिए एकमात्र व्यक्ति जिम्मेदार है, वो पुतिन हैं और वह इसे अभी रोक सकते हैं। इसके बजाय, वह यूक्रेन के पावर प्लांट पर क्रूज मिसाइलें दाग रहें हैं। इससे बिजली जा रही है। लोग परेशान हो रहे हैं और ज्यादा प्रताड़ित हो रहे हैं।

किर्बी ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विनाशकारी युद्ध को खत्म करने के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रयासों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा- बाइडेन ने ये बातें दर्जनों बार कही हैं। हमें लगता है कि यह युद्ध आज खत्म हो सकता है, खत्म होना भी चाहिए, लेकिन राष्ट्रपति पुतिन युद्ध खत्म करने को तैयार नहीं हैं। इसलिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम युद्ध के मैदान में यूक्रेन को सफल होने में मदद कर सकें।
US ने जनवरी में भी बातचीत पर जोर दिया था

अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने जनवरी में कहा था कि हम रूस-यूक्रेन की लड़ाई के मसले पर अपने सभी सहयोगियों के संपर्क में हैं, जिनमें भारत भी शामिल है। मोदी कई बार जंग खत्म करने के लिए बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने की जरूरत पर जोर दे चुके हैं।