अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने मंगलवार को दिसंबर 2022 में खत्म तीसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए। कंपनी को इस तिमाही में 820 करोड़ करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ है। जबकि एक साल पहले की समान तिमाही (दिसंबर 2021) में कंपनी को 12 करोड़ रुपए का नेट लॉस हुआ था। सितंबर 2022 की पिछली तिमाही में कंपनी ने 460 करोड़ का मुनाफा कमाया था।

कंपनी का ऑपरेशन से रेवेन्यू 42% बढ़कर 26,612 करोड़ रुपए हो गया। एक साल पहले की समान तिमाही में ये 18,758 करोड़ रुपए था। वहीं कंपनी का कुल खर्च बढ़कर 26,171 करोड़ हो गया, जो एक साल पहले (YoY) 19,047.7 करोड़ था।

अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 2% चढ़ा
नतीजों के बाद अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर करीब 2% की तेजी के साथ बंद हुए। पहले इसमें 4% के करीब गिरावट थी। अडाणी पोर्ट्स के शेयर 1.86% बढ़े। वहीं ग्रुप की 10 में से 6 कंपनियों के शेयर 5% नीचे बंद हुए। इनमें ग्रीन एनर्जी, पावर, टोटल गैस, ट्रांसमिशन विल्मर और NDTV हैं। सीमेंट कंपनी अंबुजा में भी गिरावट रही, लेकिन ACC में 0.57% की तेजी देखी गई।

अमीरों की लिस्ट में 24वें स्थान पर अडाणी
गौतम अडाणी ग्लोबल अरबपतियों की लिस्ट में 24वें स्थान पर आ गए हैं। फोर्ब्स रियल-टाइम बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार 14 फरवरी को अडाणी की नेटवर्थ गिरकर 4.31 लाख करोड़ रुपए (52.2 बिलियन डॉलर) तक पहुंच गई। सोमवार को उनकी नेटवर्थ 4.49 लाख करोड़ रुपए (54.4 अरब डॉलर) थी और वो 23वें स्थान पर थे। 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने से पहले वो लिस्ट में तीसरे नंबर पर थे।

हिंडनबर्ग ने शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए
24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। रिपोर्ट में ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए गए थे। रिपोर्ट के बाद ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। शुक्रवार, यानी 3 फरवरी को अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 1000 रुपए के करीब पहुंच गया था। हालांकि बाद में इसमें रिकवरी आई।

अडाणी ग्रुप ने कानून नहीं तोड़ा
मॉरिशस के रेगुलेटर, फाइनेंशियल सर्विसेज कमीशन (FSC) ने कहा कि अडाणी ग्रुप से जुड़ी 38 कंपनियों और 11 ग्रुप फंड्स ने कानून का कोई उल्लंघन नहीं किया है। FSC के CEO धनेश्वरनाथ विकास ठाकुर ने बिजनेस स्टैंडर्ड से ये बात कही है।

SEBI सिस्टम को मजबूत करने के लिए कमेटी बनेगी
केंद्र सरकार अडाणी ग्रुप-हिंडनबर्ग मामले में एक्सपर्ट कमेटी बनाने को तैयार हो गई है। कमेटी यह देखेगी कि स्टॉक मार्केट के रेगुलेटरी मैकेनिज्म में फेरबदल की जरूरत है या नहीं। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता कोर्ट को सील बंद लिफाफे में कमेटी मेंबर्स के नाम देंगे। मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी।

सुप्रीम कोर्ट अडाणी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से जुड़ी दो जनहित याचिकाओं (PIL) पर सुनवाई कर रहा है। इस मामले में पहली सुनवाई चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जेबी पारदीवाला ने शुक्रवार (10 फरवरी) को की थी।

इस दौरान कोर्ट ने शेयर मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) से भविष्य में निवेशकों की सुरक्षा के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं, इस पर सुझाव देने को कहा था। SEBI की तरफ से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कोर्ट ने कहा था कि वे इस मामले पर सोमवार को पूरी जानकारी के साथ आएं।