ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने यहां दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में अपनी टीम की लचर बल्लेबाजी पर कहा कि वे भारत की परीक्षा में विफल रहे। दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन का खेल खत्म होने पर ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में एक विकेट पर 61 रन बनाकर बेहतर स्थिति में थी लेकिन इसके बाद टीम सिर्फ 113 रन पर सिमट गई। भारत ने इसके बाद चार विकेट पर 115 रन बनाकर लक्ष्य हासिल किया और बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली।
ऑस्ट्रेलियन एसोसिएटेड प्रेस ने सोमवार को मैकडोनाल्ड के हवाले से कहा, ‘‘हमारे तरीकों की आलोचना होगी और ऐसा होना भी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दूसरे दिन की समाप्ति पर अगर आप कहते कि हमारी तैयारी अच्छी थी (जब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर एक विकेट पर 61 रन था) तो संभवत: आपका नजरिया अलग होता लेकिन एक घंटे के भीतर (तीसरे दिन) जो हुआ उसे लेकर लोगों ने आलोचना शुरू कर दी।’’
एशेज में ऑस्ट्रेलिया की 4-0 की जीत के बाद जस्टिन लैंगर की जगह कोच पद संभालने वाले मैकडोनाल्ड ने कहा, ‘‘और तीसरे दिन हम भारत की परीक्षा में विफल रहे।’’ कोच ने कहा कि जहां तक उनकी समझ है तो बेंगलुरू में स्पिन की अनुकूल पिचों पर तैयारी शिविर से स्पिन के खिलाफ पर्याप्त तैयारी का मौका मिला। मैकडोनाल्ड ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उन्होंने (टीम ने) बेंगलुरू में काफी अच्छी तैयारी की इसलिए इसे लेकर कोई बहाना नहीं है।’’
कोच ने कहा कि कुछ खिलाड़ी अपनी परखी हुई रणनीति पर नहीं चले जिसका खामियाजा उन्हें लगातार दूसरी शर्मनाक हार के साथ चुकाना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग ऐसे थे जो स्पष्ट रूप से उस रणनीति से दूर चले गए जिसने उन्हें समय के साथ सफल बनाया। हमें इससे बेहतर होना है, यही सबसे महत्वपूर्ण बात है, हमें इसे अपनाना होगा।’’ तीसरा टेस्ट एक मार्च से इंदौर में खेला जाएगा और इसके लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम में तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क और कैमरन ग्रीन को मौका मिल सकता है जो चोटों से उबर रहे हैं।