अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन में उप-राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ शनिवार को उत्तर प्रदेश के मेरठ पहुंचे और यहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की तारीफ करने के साथ ही कहा कि,आयुर्वेद पद्धति से ही पूरे विश्व मे भारत का डंका बजेगा. इसके साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री सरल भी है और सख़्त भी, राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल की तारीफ करते हुए कहा कि, इनकी कलम बहुत सख्त है. कार्यक्रम का आयोजन सीसीएस यूनिवर्सिटी मेरठ में किया जा रहा है.
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इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि “सदन में माइक बन्द होने की बात करने वाले झूठ बोल रहे हैं. सदन में कभी माइक बन्द नही होता है. कोरोना के बुरे वक़्त में जो भारत ने किया उसका दुनिया में कोई सानी नहीं है. आयुर्वेद से ही कोरोना में बचाव हुआ है. स्वस्थ्य रहने का यही तरीका है. योग और मोटे अनाज का सेवन करें. केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद भारत बदल गया है. उज्जवला योजना में करोड़ो के गैस कनेक्शन फ्री मिले हैं. भारत की प्रजातंत्र व्यवस्था मज़बूत है. कानून व्यवस्था को लेकर सीएम योगी की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि, युवाओं को ही तय करना होगा कि 2047 में कैसा होगा भारत.”
उप-राष्ट्रपति ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि “पहले यूपी में दंगे और बवाल होते थे, लेकिन योगी शासन में यूपी में उल्लास है. अब यूपी शासन की तारीफ़ विदेशों में भी हो रही है.” डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी के लिए बोले कि “लक्ष्मी से तो नाता है, लेकिन आयुर्वेद से चार पीढ़ियों का नाता है. आयुर्वेद में ऐसा नुस्खा बनाए, ताकि सदन की गरिमा बनी रही, न हंगामा हो और न ही शोर शराबा. सदन में खराब आचरण, चिंता और चिंतन का विषय है. भारत लोकतंत्र में सबसे आगे है. हमे भारतीय होने पर गर्व है. ये भी गर्व का विषय की सीसीएस यूनिवर्सिटी की कुलपति के दादाजी वैद्य थे. देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद वैद्य थे. इसी के साथ उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के लिए सही जगह का चुनाव किया गया है.”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने उप-राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए कहा कि “ये मेरठ की धरती क्रांति और महाभारत की ऐतिहासिक धरती है. पिछले 9 वर्ष के भीतर आयुर्वेद को यहां नाम और पहचान मिली है. पीएम मोदी की वजह से ही यह पहचान मिली है. आयुष मंत्रालय बनाकर पुरानी चिकित्सा पद्धति को जोड़ा जा रहा है. 23 जून को देश ही नही विदेश में भी योग होता है. दुनिया मे आयुर्वेद को पीएम मोदी के निर्देशन में बड़ा नाम मिल रहा है. इस मौके पर मेरठ के आयुर्वेद चिकित्सकों का भी जिक्र किया गया. हाकिम सैफ़ुद्दीन को भी याद किया गया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि यूपी में 150 आयुष के महाविद्यालय संचालित हो रहे हैं. आयुर्वेद में अब युवाओं की रुचि बढ़ रही है. मैं किसी भी चिकित्सा पद्धति का विरोधी नहीं हू, लेकिन महामारी के दौरान आयुर्वेद के महत्व को सभी ने समझा है. एमबीबीएस की डिग्री लेने के बाद दूसरी प्रैक्टिस करने के बाद भी लम्बा वक़्त लगता है लेकिन बीयूएमएस डॉक्टर आयुर्वेद की पद्धति को अपनाकर अपना रोजगार कर सकता है. मेडिसिनल प्लांट से किसानों का भी भला किया जा सकता है. आयुर्वेद से डिग्री एक और काम अनेक. यूपी की धरती आयुर्वेद की धरती है. आगे बढिये काम करिए और करियर बनाइए. क्योंकि डबल इंजन आपके साथ है. इस मौके पर सीसीएस यूनिवर्सिटी को नैक निरीक्षण में मिले डबल ग्रेड पर कुलपति को सीएम ने शुभकामनाएं दीं.