जो शाइस्ता परवीन उमेशपाल हत्याकांड के बाद से फरार चल रही है। वो शाइस्ता जो फरवरी से यूपी पुलिस को चकमा दे रही है. वांछित अपराधी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को लेकर मायावती की पार्टी बसपा अभी भी खुले हाथ से खड़ी है. बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने मारे गए माफिया अतीक अहमद की पत्नी के प्रति सहानुभूति व्यक्त की है और शाइस्ता को बसपा सदस्य बने रहने की वकालत की है. उमाशंकर ने कहा कि हमने शाइस्ता परवीन को पार्टी में शामिल किया है न कि अतीक अहमद को और हम भी चाहते थे कि वह मेयर के चुनाव में खड़े हों.

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बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक उमाशंकर सिंह ने रविवार को कहा कि हाल ही में प्रयागराज में हुए गोलीकांड में मारे गए माफिया राजनेता अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन अब भी बसपा में ही हैं और दोष सिद्ध होने पर उसे पार्टी से निकाल दिया जाएगा। बलिया के रसड़ा क्षेत्र से बसपा विधायक ने रविवार को जिला मुख्यालय पर मीडिया से बातचीत करते हुए अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की बसपा में स्थिति को स्पष्ट किया।

बसपा विधायक ने कहा, “अभी तक न तो सरकार ने और न ही पुलिस ने ऐसा कोई वीडियो दिखाया है जिससे पता चलता हो कि शाइस्ता परवीन का उस घटना से कोई लेना-देना नहीं है. जिस दिन इस घटना में उनकी (शाइस्ता) संलिप्तता का पता चलेगा.” बसपा ऐसे व्यक्ति को पार्टी में नहीं रखेगी। उनकी पार्टी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, वह अभी भी बहुजन समाज पार्टी में हैं।’ सिंह ने कहा, ”अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पार्टी में हैं. पार्टी से निष्कासित नहीं किया गया. वे पार्टी में किसी पद पर नहीं हैं. अगर वे दोषी साबित होते हैं तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाएगा. हर पार्टी के प्रति सहानुभूति है।

गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड मामले के आरोपी पूर्व सांसद माफिया राजनेता अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज में मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाए जाते वक्त तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी थी। अतीक की पत्नी शाइस्ता उमेश पाल हत्याकांड में अभियुक्त है और ऐसी चर्चा थी कि बसपा ने उसे प्रयागराज नगर निगम के महापौर पद के लिए प्रत्याशी बनाया है, मगर उमेश पाल हत्याकांड मामले में नाम आने के बाद पार्टी ने स्पष्ट किया कि शाइस्ता को टिकट नहीं दिया गया था।