Uttar Pradesh News: अमेठी जिले के मुंशीगंज में गांधी परिवार द्वारा स्थापित संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करते हुए उसकी ओपीडी और सारी सेवाएं बंद कर दी गई हैं. दरअसल, संजय गांधी अस्पताल में 14 सितंबर को एक 22 वर्षीय विवाहिता दिव्या शुक्ला की ऑपरेशन से पूर्व एनेस्थीसिया का डोज दिए जाने के बाद मौत हो गई थी. दिव्या शुक्ला की मौत का मामला गरमा गया और बात लखनऊ तक पहुंच गई.

मामले का संज्ञान उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने लिया और तत्काल जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अंशुमान सिंह को निर्देशित करते हुए कार्यवाही करने के लिए कहा. इधर, सीएमओ ने तीन सदस्य जांच कमेटी का गठन कर दिया. जांच कमेटी ने संजय गांधी अस्पताल पहुंचकर हर पहलू की जांच कर अपनी रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी. जिसके बाद संजय गांधी अस्पताल प्रशासन को कारण बताओ नोटिस देते हुए स्पष्टीकरण देने के लिए 3 महीने का समय दिया गया.

लेकिन 24 घंटे के भीतर ही संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करते हुए उसकी ओपीडी और सारी सेवाएं बंद कर दी गईं. मामला दो राष्ट्रीय पार्टियों (भाजपा और कांग्रेस) के बीच का होने के चलते अब यह तूल पकड़ने लगा है.

मामले में क्या बोले ब्रजेश पाठक?

अमेठी में संजय गांधी अस्पातल को सील किए जाने के मामले में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का बयान आया है. उन्होंने कहा कि मरीज की जान लेने वाले किसी भी अस्पताल को बख्शा नहीं जाएगा, न्याय संगत कार्रवाई होगी. जवान बेटी की जान गई है. पूरी घटना पर स्थानीय कमेटी ने जांच की है जिसके बाद कार्रवाई हुई. प्रदेश के बाकी अस्पतालों पर इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.