भोपाल में आज से बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा शुरू हो गई है। इस दो दिवसीय कथा का आयोजन राजधानी के करोंद इलाके में किया जा रहा है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग अपने विधानसभा क्षेत्र नरेला में ये कथा करा रहे हैं। इससे पहले जून में उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा कराई थी। तब इसमें 10 लाख लोगों के पहुंचने का दावा किया गया था।

राजनीतिक हलकों में इस धार्मिक आयोजन को सियासत से जोड़कर भी देखा जा रहा है क्योंकि दोनों ही कथाओं का पूरा फोकस नरेला विधानसभा क्षेत्र में ही है। हालांकि, मंत्री सारंग इस आयोजन को चुनाव से जोड़ने की बात से इनकार कर चुके हैं। उनका कहना है कि वे माता-पिता की स्मृति में हर बार यह आयोजन करते हैं। इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है।

भोपाल संभाग से पहुंच रहे श्रद्धालु

धीरेंद्र शास्त्री की कथा में देशभर से श्रद्धालु आते हैं, लेकिन नरेला में हो रही कथा में भोपाल संभाग की सभी विधानसभा क्षेत्रों से ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। बाहर से आने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके इंतजाम भी आयोजन समिति ने किए हैं। कथा के दौरान भाजपा के कई केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे। कथा के अंतिम दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का भाषण भी हो सकता है। इससे पहले जून में हुई पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के समापन के दौरान मुख्यमंत्री ने करीब आधा घंटे भाषण दिया था।

वीआईपी के लिए खास व्यवस्था

55 एकड़ मैदान पर पंडाल बनाए गए हैं। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की गद्दी के ठीक सामने व्हीआईपी के बैठेंगे। इनके आने-जाने के लिए गेट की अलग व्यवस्था है। इनकी गाड़ियां मंच के पास तक जाएगी। जिन व्हीआईपी को सारंग चाहेंगे उन्हीं को मंच पर जाने की व्यवस्था की गई है।