मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल झाबुआ जिले की आधी आबादी यानी महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को अब पुलिस की वसुधा दीदीयां रोकेंगी. दरअसल महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को नियंत्रित करने के लिए झाबुआ पुलिस ने एक नायाब नुस्खा अपनाया है. हर गांव में तो पुलिस तैनात हो नहीं सकती और खासकर महिला पुलिस. ऐसे में अपराध कैसे रोके जाएं? इस विचार ने समाधान को जन्म दिया.
इसके लिए झाबुआ पुलिस ने हर गांव की एक महिला या पढ़ी-लिखी बेटी को ‘वसुधा दीदी’ का नाम देकर उन्हें थाना स्तर पर बुलाकर प्रशिक्षण दिया. इसमें उन्हें महिलाओं के अधिकार और महिला संबंधी कानून की जानकारी दी गई.
हर ‘वसुधा दीदी’ को बताया गया कि कैसे वह अपने गांव में महिलाओं या बेटियों के साथ होने वाले अपराधों की जानकारी लेकर जिले के पुलिस कंट्रोल रूम, जिला स्तरीय महिला थाने और जिले के हर थाने पर महिलाओं के लिए बनी ऊर्जा डेस्क के मोबाइल नंबर पर देंगी.