Madhya Pradesh News: धार्मिक स्थलों पर अच्छी सुविधा जुटाने के लिए महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति और तिरुपति बालाजी मंदिर समिति की बीच एक एमओयू (मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग) हुआ है. इसके बाद तिरुपति बालाजी में शिव भक्तों के लिए ठहरने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. इसी प्रकार भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में तिरुपति बालाजी के शिव भक्तों के लिए धर्मशाला का निर्माण होगा.
महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक और कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि, तिरुपति बालाजी मंदिर समिति की ओर से यह इच्छा जाहिर की गई थी कि उज्जैन में बालाजी के भक्तों के लिए एक अलग से धर्मशाला या होटल का निर्माण किया जाए. इसके बदले में तिरुपति मंदिर प्रबंध समिति ने मध्य प्रदेश और उज्जैन के शिव भक्तों के लिए ठहरने का अलग से इंतजाम करने का भी प्लान तैयार किया है. दो धार्मिक स्थलों के बीच भक्तों को सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से एक योजना तैयार की गई है. इसका क्रियान्वन होने से भक्तों को काफी सुविधा मिलेगी.
पट्टाभिराम मंदिर की जमीन पर धर्मशाला बनाने का प्लान
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि, उज्जैन के नीलगंगा इलाके में महाकालेश्वर मंदिर समिति की भूमि है. इस जमीन पर लोगों ने कब्जा कर लिया था, जिसका कब्जा हटाकर मंदिर समिति और सरकार ने एक बार फिर अधिग्रहण कर लिया है. इसी जमीन पर धर्मशाला बनाने की योजना है. यह जमीन मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित है और सुविधाजनक भी है. पट्टाभिराम मंदिर के नाम से सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज इस जमीन पर धर्मशाला बनाकर तिरुपति मंदिर समिति को सौंप दी जाएगी.