Israel Palestine Conflict: इजराइल और हमास की जंग में अमेरिका की एंट्री हो गई है. अब तक अमेरिका इजराइल के समर्थन में बयान दे रहा था, लेकिन अब उसने हथियारों की मदद भी पहुंचानी शुरू कर दी है. यानी एक्टिवली अमेरिका इस जंग में इजराइल का साथ देने लगा है. माना जा रहा है कि अमेरिका की एंट्री के बाद हमास और इजराइल के बीच का युद्ध और खतरनाक हो सकता है. अमेरिका का कहना है कि वह इस युद्ध में इजराइल के साथ मजबूती से खड़ा है और जब जो मदद की दरकार होगी वह हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है. अमेरिका ने इजराइल पर हमास के हमले की कड़ी निंदा की थी.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक दिन पहले कहा है कि वह हमास हमले की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमास एक आतंकवादी संगठन है. इसका एकमात्र उद्देश्य यहूदियों को मारना है. बता दें कि हमास के हमले में 14 अमेरिकी नागरिकों की भी मौत हुई है जबकि कई घायल हैं तो वहीं कुछ लापता बताए जा रहे हैं.

जंग के बाद दो धड़ों में बंट गई दुनिया

जो बाइडेन ने कहा कि इजराइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. अमेरिका ने इजराइल को करीब 8 अरब डॉलर के मदद की घोषणा की है. इजराइल पर हमास के हमले के बाद दुनिया दो धड़ों में बंट गई है. कुछ इजराइल के साथ हैं तो कुछ हमास को अपना समर्थन दे रहे हैं. अमेरिका, भारत, ब्रिटेन और यूरोपिनयन यूनियन जैसे देश इजराइल के समर्थन में हैं तो इस्लामिक देश हमास का समर्थन कर रहे हैं. वहीं, कुछ ऐसे में देश हैं जो मौन हैं और सीजफायर का आह्वान कर रहे हैं.