इजराइल ने हमास के खिलाफ बारूदी बदला लेने की ठान ली है. हमास के ठिकानों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. इजराइली फोर्स एयरस्ट्राइक में बहुमंजिला इमारत को निशाना बना रही है, जिसमें इमारत कुछ ही पल में मलबे में तब्दील हो रही है. गाजा में स्ट्राइक के जवाब में इजराइल को हमास ने धमकी देते हुए कहा है कि हर घर पर बमबारी के बदले में इजराइली बंधक की जान लेंगे और बंधकों की मौत का लाइव टेलिकास्ट भी किया जाएगा.
इजरािल की ताकत से हमास वाकिफ है. हमास जानता है आर-पार की लड़ाई में वो इजराइल के सामने लंबे वक्त तक नहीं टिक सकता, लेकिन फिर भी उसने 7 सितंबर को अबतक का सबसे भीषण हमला किया. दरअसल हमास ने ऑपरेशन अल अक्सा फ्लड के तहत इजराइल से विदेशी नागरिकों को बंधक बनाना का खास प्लान तैयार किया था. अब इन बंधकों को गाजा में बनी सीक्रेट टनल में छिपाकर रखा गया है, जहां तक दुनिया की किसी भी सीक्रेट एजेंसी का पहुंचना और बंधकों को आजाद कराना बेहद मुश्किल है.
हर बार फिलिस्तीन को गंवानी पड़ी जमीन
इजराइल और फिलिस्तीन मिडिल ईस्ट में आते हैं और यह एशिया की आखिरी लाइन है. पहले यह पूरा इलाका मुस्लिमों का था और इसको फिलिस्तीन के नाम से जाना जाता था, लेकिन 14 मई 1948 को इजराइल बनने के बाद इसको यहां पर 44 प्रतिशत जमीन दे दी गई. इसके साथ ही फिलिस्तीन को 48 फीसदी और बाकी की 8 प्रतिशत पर यूएनओ का कब्जा रहा, जिसमें येरूशलम शामिल था. इसके पीछे यूएनओ ने तर्क दिया कि येरूशलम यहूदी, मुस्लिम और ईसाई तीनों के लिए पवित्र स्थान है, इसलिए यह किसी एक को नहीं दिया जा सकता है.