मध्य प्रदेश में जैसे ही कांग्रेस-बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है उसके बाद से ही भारी विरोध का सामना दोनों ही दलों को करना पड़ रहा है. आखिर कितनी सीटों पर विरोध हो रहा है? इसका नुकसान कितना बड़ा होगा? जानें इस रिपोर्ट में. मध्य प्रदेश में कांग्रेस 229 और बीजेपी 228 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर चुकी है. ऐसे में पूरे प्रदेश में ही कार्यकर्ताओं द्वारा जबरदस्त प्रदर्शन हो रहा है. ये प्रदर्शन कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों के प्रत्याशी कर रहे हैं. जबलपुर, ग्वालियर, भोपाल, शाजापुर से लेकर कई जगह विरोध-प्रदर्शन देखे गए हैं. प्रदर्शनकारियों ने आगजनी की, पुतला फूंका, मारपीट तक की तस्वीरें सामने आई हैं.

कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के तो महल में ही कार्यकर्ता प्रदर्शन करते घुस गए. कांग्रेस के कार्यकर्ता भी विरोध-प्रदर्शनों पर उतारू हैं. सुमावली, रतलाम, रीवा, बुरहानपुर, खरगापुर, इंदौर 4, हरदा, उज्जैन उत्तर, निवाड़ी, बैरसिया, सुजालपुर, भोपाल उत्तर, गोविंदपुरा, बदनावर और पिछोर में पार्टी कार्यकर्ता सड़कों पर देखे गए. ऐसी ही करीब 40 सीटें हैं, जहां विरोध प्रदर्शन देखा जा रहा है. पीसीसी चीफ कमलनाथ के बंगले के बहार ही आज हजारों की तादाद में आए कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया.

कांग्रेस उम्मीदवारों के 20 से ज्यादा सीटों पर विरोध-प्रदर्शन

बीजेपी कार्यकर्ता भी अपने संबंधित नेता को टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं. पार्टी कार्यकर्ता टीकमगढ़, पवई, भोपाल दक्षिण-पश्चिम, जबलपुर उत्तर, कला पीपल, होशंगाबाद, महेष्वर, भिंड, महू, महेश्वर सहित 20 से ज्यादा सीटों पर प्रत्याशी बदलने की मांग कर रहे हैं.