कतर के शासक अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी ने इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग को लेकर गंभीर चिंता जाहिर की है. युद्धविराम की मध्यस्थता में कतर की भागीदारी के बाद अपने पहले सार्वजनिक बयान में, अमीर ने कहा कि इजराइल को “बिना शर्त हत्या के लिए हरी झंडी” नहीं दी जानी चाहिए. उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय कमेटी से तुरंत इस दिशा में कदम बढ़ाने की अपील की. कतर अमीर ने इस बात पर जोर दिया कि अगर इजराइली सेना युद्ध को और बढ़ाती है तो इससे क्षेत्र और दुनिया में असुरक्षा बढ़ने का खतरा है.
कतर के अमीर शेख तमीम ने यह बातें कतर में आयोजित सलाहकार शूरा परिषद में कही. उन्होंने दोहरी नीतियों को अस्वीकार किया और फिलिस्तीनी बच्चों की दुर्दशा पर दुनिया को ध्यान देने की अपील की. शेख तमीम ने इस बात पर जोर दिया कि बच्चों के जीवन की रक्षा की जानी चाहिए. कतर शेख का बयान तब आया है जब इजराइली सेना ने एक फ्रेश चेतावनी में उत्तरी गाजा को खाली करने की अपील की.
इजराइल का मकसद हमास को मिटाना
इजराइली सेना ने गाजा से हमास को मिटाने की मंशा के साथ शहर के उत्तरी हिस्से को एक हफ्ते से भी ज्यादा समय से घेर रखा है. यहां वे टैंकों और घातक हथियारों के साथ तैनात हैं. इजराइली सेना ने हमास समूह और उसके नेतृत्व, सैन्य ठिकाने और वर्किंग मैकेनिज्म को मिटाने की कसम खाई है. आईडीएफ 7 अक्टूबर को हमास के हमले के जवाब में हवाई हमले कर रहा है, जिसकी वजह से गाजा में बड़ी संख्या में बच्चे-महिलाएं और बुजुर्गों की मौत हो रही है.