बीजेपी ने मध्य प्रदेश में अपनी तीसरी सूची जारी कर सभी को चौका दिया था. इस सूची में 7 सांसद सहित 3 केंद्रीय मंत्री शामिल थे. इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे की केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. सीट भी तय मानी जा रही थी. ये सीट शिवपुरी विधानसभा थी.
शिवपुरी से ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ और मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया विधायक हैं. जैसे ही उन्होंने चुनाव न लड़ने का ऐलान किया इसके बाद से ही कयास लगने शुरू हो गए थे की यहां से तो ज्योतिरादित्य ही चुनाव लड़ेंगे.
कांग्रेस ने सिंधिया को हराने की रणनीति बनाई
बीजेपी ने जैसे ही अपने बड़े नेताओं को मैदान में उतारा. दूसरी तरफ सिंधिया का चुनाव न लड़ने को लेकर खंडन कर दिया गया. इन दोनों ही चीज़ों ने कांग्रेस को अचम्भे में डाल दिया. लिहाज़ा कांग्रेस ने इस सीट पर एक मजबूत प्रत्यशी देने का ऐलान किया.
केपी सिंह को बनाया प्रत्याशी
कांग्रेस ने इस सीट से केपी सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. केपी सिंह शिवपुरी ज़िले से तो आते हैं मगर इस सीट से उनका कोई लेना-देना नहीं है. वह पिछोर सीट से पिछले 30 वर्षों से विधायक हैं. ये सीट कांग्रेस की सबसे मजबूत सीट में से एक है.