मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को दुरुस्त करने के लिए लगातार बैठक कर रहे हैं. इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 28 अक्टूबर से मध्य प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे. गृह मंत्री के इस दौरे का मुख्य उद्देश्य बीजेपी की चुनावी मशीनरी को चुस्त-दुरुस्त करना है, ताकि चुनाव पूर्व किसी प्रकार की कोई समस्या न हो.
गृह मंत्री के कार्यक्रम के अनुसार दौरे के पहले दिन यानी 28 अक्टूबर को वो जबलपुर में संभाग की बैठक में शामिल होंगे. इसके बाद छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव विधानसभा में एक चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. फिर सीधे भोपाल के लिए रवाना हो जाएंगे जहां, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग की बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. इन दोनों संभाग में कुल 36 विधानसभा सीटें आती हैं.
दौरे के दूसरे दिन यानी 29 अक्टूबर को शाह खजुराहो में सागर संभाग की बैठक में शामिल होंगे और 26 विधानसभा क्षेत्रों से आए पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ चुनाव को लेकर चर्चा करेंगे. इसके बाद रीवा और शहडोल संभाग में बैठक करेंगे. इस संभाग में कुल 30 विधानसभा सीट आती हैं. शहडोल में बैठक करने के बाद शाह उज्जैन पहुंचेंगे और वहां महाकाल का दर्शन करेंगे और फिर रोड शो में शामिल होंगे.
उज्जैन संभाग में भी बैठक करेंगे
वहीं, 29 अक्टूबर की रात में 29 विधानसभा क्षेत्र वाले उज्जैन संभाग की बैठक करेंगे. इसके बाद सुबह यानी 30 अक्टूबर को इंदौर संभाग की बैठक में हिस्सा लेंगे, जिसमें 37 विधानसभा सीट के कार्यकर्ता शामिल होंगे. इंदौर के बाद केंद्रीय गृह मंत्री सीधे ग्वालियर पहुंचेंगे जहां, वो चंबल संभाग की बैठक में हिस्सा लेंगे. इस संभाग में विधानसभा की कुल 34 सीटें आती हैं. अमित शाह के दौरे के लेकर खबर ये भी आ रही है कि वो राज्य के रूठे हुए नेताओं से मिल सकते हैं.