17 अक्टूबर, 2023. गाजा के अल-अहली अल-अरबी बापटिस्ट अस्पताल पर रॉकेट से हमला होता है. इसमें 500 से ज्यादा नागरिक मारे जाते हैं. हमला चूंकि गाजा के अस्पताल पर होता है, इसलिए पूरी दुनिया को लगता है कि इसे इजरायल ने किया है. हर तरफ इस रॉकेट अटैक की आलोचना होती है. यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से लेकर भारत के प्रधानमंत्री मोदी तक इसे शर्मनाक बताते हैं.

इस बीच इजरायल वीडियो सबूत पेश करके ये साबित कर देता है कि ये हमला खुद हमास के आतंकियों ने किया है. वो इजरायल की तरफ निशाना बनाकर रॉकेट अटैक करते हैं, लेकिन मिसफायर होने की वजह से अस्पताल पर जा गिरता है. जिन अस्पतालों के लिए दुनिया ने इतनी चिंता दिखाई थी, आज उन्हें हमास आतंक का अड्डा बना चुका है. इजरायल के खिलाफ हमले का संचालन गाजा के एक बड़े अस्पताल से किया जा रहा है.

इजरायल डिंफेस फोर्सेस ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें दावा किया गया है कि गाजा के बड़े अस्पताल अल-शिफा में हमास के आतंकी छुपे हैं. इस अस्पताल का आम लोगों से कोई वास्ता नहीं है, बल्कि ये हमास का हेडक्वार्टर बन चुका है. अस्पताल के नीचे कई तहखाने हैं, जिनमें हथियारों का जखीरा छिपाकर रखा गया है. इतना ही नहीं इसके नीचे सुरंगें भी बनी हैं, जिसमें छिपकर हमास का टेरर नेटवर्क और आतंकवादी दोनों बच जाते हैं.

सुरंगों के इन जाल के जरिए हमास के आतंकी एक जगह से दूसरी जगह आसानी से बिना निगाह में आए चले जाते हैं. इस तरह इजरायल के हवाई हमलों में जमीन पर गाजा के आम लोग मारे जाते हैं और आतंकी बच जाते हैं. यही वजह है कि जंग के 21 दिन होने के बावजूद इजरायल हमास के आतंकियों का सफाया नहीं कर पाया है, जबकि 16000 से ज्यादा बम गिरा चुका है.