Bihar Caste Survey Report Key Points: बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने प्रदेश की जातीय गणना से जुड़ी रिपोर्ट विधानमंडल में पेश कर दी है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि किस जाति में कितने प्रतिशत लोग, कितनी गरीबी, कितने पढ़े-लिखे लोग हैं? मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में स्वर्ण कैटेगरी में 7 जातियां शामिल हैं। सिर्फ 7 प्रतिशत लोग ग्रेजुएट हैं और 25 फीसदी हिन्दू परिवार गरीब हैं और इसमें भी सबसे ज्यादा भूमिहार परिवार गरीब हैं। आइए रिपोर्ट में पेश किए गए आंकड़ों पर विस्तार से बात करते हैं…

7 हिन्दू जातियों में परिवारों की संख्या और गरीबी प्रतिशतता

बिहार सरकार की जातीय गणना रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में सामान्य वर्ग यानी स्वर्ण कैटेगरी में 7 जातियां हिन्दू धर्म की 4 ब्राह्मण, भूमिहार, राजपूत, कायस्थ, मुस्लिम धर्म के शेख, सैयद, पठान शामिल हैं। सामान्य वर्ग में सबसे ज्यादा भूमिहार परिवार गरीब हैं। बिहार में कुल 8 लाख 38 हजार 447 परिवार हैं, जिनमें 27.58 प्रतिशत यानी 2 लाख 31 हजार 211 परिवार गरीब हैं। बिहार में ब्राह्मण जाति के कुल 10 लाख 76 हजार 563 परिवार हैं। इनमें से 2 लाख 72 हजार 576 यानी 25.32 प्रतिशत ब्राह्मण गरीब हैं और सूची में दूसरे नंबर पर हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में 9 लाख 53 हजार 447 राजपूर परिवार हैं, जिनमें से 24.89 प्रतिशत 2 लाख 37 हजार 412 परिवार गरीब हैं। बिहार में कायस्थ सबसे ज्यादा संपन्न हैं और इनके 1 लाख 70 हजार 985 परिवार हैं। इनमें भी 13.83 प्रतिशत यानी 23 हजार 639 परिवार गरीब हैं। बिहार में शेख जाति के 10 लाख 38 हजार 88 परिवार हैं। इनमें से 25.84 प्रतिशत यानी 2 लाख 68 हजार 398 परिवार गरीब हैं। पठान जाति के 22.20 प्रतिशत और सैयद जाति के 17.61 प्रतिशत परिवार गरीब हैं।