Haryana News: केंद्र सरकार पराली जलाने की घटनाओं पर नजर रखने और दैनिक रिपोर्ट सौंपने के लिए पंजाब तथा हरियाणा में उड़न दस्ते भेजेगी. सरकारी सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी है. कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया. बैठक में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के मुख्य सचिवों एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) और पर्यावरण, कृषि, आवास एवं शहरी मामलों तथा ऊर्जा मंत्रालयों के सचिवों ने भाग लिया.

उड़न दस्ते पराली जलाने की घटनाओं पर रखेंगे नजर

सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट सचिव ने बैठक के दौरान पंजाब प्रशासन को इस फसली मौसम के शेष दिनों में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और थाना प्रभारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि आगे से पराली न जलाई जाए.

सूत्रों ने बताया कि सीएक्यूएम को पंजाब और हरियाणा में उड़न दस्ते तैनात करने और खेतों में पराली जलाने की घटनाओं एवं उच्चतम न्यायालय के निर्देशों को लागू करने की स्थिति में दैनिक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है.

पराली जलाने वालों पर हरियाणा सरकार पर भी सख्त

पराली जलाने वालों पर हरियाणा सरकार भी सख्त नजर आ रही है. पराली जलाने से रोकने के लिए सरकार की तरफ से जिला उपायुक्त, एसएचओ और दमकल विभाग के स्टेशन हाउस ऑफिसर की जिम्मेदारी तय की है. जिसके लिए मुख्य सचिव संजीव कौशल और डीजीपी शत्रुजीत कपूर की तरफ से आदेश जारी किए गए है.

वहीं डीजीपी की तरफ से प्रदेश के सभी आईजी और एसपी को लिखित आदेश जारी कर कहा गया है कि उन्हें सुनिश्चित करना होगा कि उनके अधिकार क्षेत्र में पराली ना जलाई जा सके. उन्हें सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का सख्ती से पालन करवाना होगा.