यूपी पुलिस की डायल 112 सेवा में काम करने वाली कॉल टेकर लड़कियों का धरना समाप्त हो गया है. दीपावली के दिन समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव से फोन पर बातचीत के बाद डायल 112 की लड़कियों ने अपना धरना-प्रदर्शन खत्म कर दिया. लखनऊ के इको गार्डन में बैठकर धरना दे रही लड़कियां अब अपने घरों को वापस लौट गई हैं. हालांकि, अब अपनी मांगों के लिए प्रोटेस्ट कर रही लड़कियों की आगे की रणिनीति क्या होगी, इस बारे में में उन्होंने खुलासा नहीं किया.
बीते दिन इको गार्डन से निकलने के बाद प्रदर्शन कर रही लड़कियों से अखिलेश यादव ने मुलाकात की थी. अखिलेश ने अपने घर बुलाकर लड़कियों के संग दिवाली मनाई. सपा नेता पूजा शुक्ला की अगुवाई में 7 दिन बाद अखिलेश यादव से बातचीत और आश्वासन के बाद प्रदर्शन खत्म हुआ. इससे पहले पूजा शुक्ला को लखनऊ पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया था. दरअसल, पूजा शुक्ला डायल 112 की लड़कियों के समर्थन में इको गार्डन पहुंची थी. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री चौराहे पर एक पोस्टर लगाया था. इस पोस्टर को लगाने को लेकर उनपर 10 नवंबर को केस दर्ज किया गया था और शनिवार को उनको लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया था. उनका कहना था कि उन्हें एक के बाद एक कई अलग -अलग थाने ले जाने की बात कही गई, लगभग 6 घंटे बैठाए रखने के बाद छोड़ा गया.
क्या बोले अखिलेश यादव?
अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा- “इस बार हमने अपने घर पर ‘डायल 100’ की संघर्षरत बहनों के साथ, एक परिवार की तरह दीवाली मनाई और उन्हें आश्वस्त किया कि सपा ‘डायल 100’ की बहनों के संघर्ष की आवाज़ बनेगी. साथ ही इस संवेदनात्मक-संकल्प के दीप भी जलाए कि उनके साथ, बिना किसी दुर्भावना के सच्चा न्याय सुनिश्चित हो. ‘संवेदना’ समाजवादी मूल्यों की भावनात्मक-कोख होती है, जिससे समाज के शोषितों के लिए सद्भावना जन्म लेती है.”
गौरतलब है कि यूपी पुलिस की इमरजेंसी सेवा में अनुबंध पर काम करने वाली लड़कियों के विरोध प्रदर्शन की प्रमुख वजहों में वेतन विसंगति और नई कंपनी द्वारा छुट्टियों में कटौती जैसे मुद्दे शामिल हैं. लड़कियों और उनके समर्थकों पर तीन एफआईआर तक दर्ज हो चुकी है.
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लेते हुए डायल 112 के प्रभारी एडीजी को हटा दिया. लड़कियों का आरोप है साल 2019 से उनका वेतन 11,400 रुपए महीना ही बना हुआ है.