गाजा में युद्धविराम के बीच हजारों की संख्या में फिलिस्तीनी अपने घर वापस लौट रहे हैं. दक्षिणी गाजा से उत्तर की तरफ जाने वाले रास्तों पर लोगों का हुजूम देखा जा रहा है. इजराइली सेना ने जबरन उन्हें गाजा के दक्षिण हिस्से में भेज दिया था. अब देखा जा रहा है कि वे वाहनों पर अपना सामान लादकर वापस लौट रहे हैं. युद्धविराम के ऐलान के बाद से ही कथित रूप से यह सिलसिला जारी है. गाजा में इजराइली सेना ने घात लगाया हुआ है. हमास को मिटाने की मंशा के साथ वे चार दिवसीय युद्धविराम खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं.

इजराइल ने सहमति दी है कि उसकी सेना युद्धविराम के बीच किसी तरह के हमले नहीं करेगी. विराम के बीच हमास की तरफ से चार दिनों में 50 इजराइली-विदेशी बंधकों को रिहा किया जाना है. पहले दिन शुक्रवार को 13 इजराइली नागरिक रिहा किए गए हैं, जिसमें महिला-बच्चे-बूढ़े शामिल हैं. शर्त के मुताबिक, चार दिवसीय विराम के बीच इजराइल 150 फिलिस्तीनियों को रिहा करेगा और दोनों तरफ से हमले नहीं किए जाएंगे. शुक्रवार सुबह 7 बजे से यह सिलसिला शुरू हुआ है.

इजराइली सेना ने चलाई गोलियां, दो की मौत

इजराइली मीडिया का दावा है कि युद्धविराम पर करार के बाद गुरुवार रात से ही गाजावासी अपने घर लौटने की तैयारी कर रहे थे. देखा गया कि बड़ी संख्या में लोग उत्तरी गाजा की तरफ बढ़ रहे हैं. एक न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस की मानें तो इजराइली सैनिकों ने फिलिस्तीनियों पर गोलियां भी बरसाई हैं, जहां दो लोगों की मौत हो गई और 11 घायल हो गए. दावा है कि वे सैन्य चेतावनी के बावजूद उत्तरी गाजा में मुख्य युद्ध क्षेत्र की तरफ बढ़ रहे थे.

इजराइली सेना के लिए बन सकती है बड़ी चुनौती

इजराइली सेना के लिए दक्षिण में शिफ्ट कराए गए गाजावासियों को उत्तर में आने से रोकना एक बड़ी चुनौति बन सकती है. अगर हजारों की संख्या में लोग स्वघोषित युद्धक्षेत्र में घुसते हैं तो इससे इजराइली सेना आक्रामक हो सकती है. हालांकि, ऐसी कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई, जिससे स्पष्ट हो कि दक्षिण भेजे गए फिलिस्तीनी इस चार दिनों के दरमियान उत्तर नहीं लौट सकते. इजराइली मीडिया आउटलेट टाइम्स ऑफ इजराइली के मुताबिक, इजराइल ने पहली बार 13 अक्टूबर को उत्तरी गाजा पट्टी में निकासी आदेश जारी किए थे. ऐसे में एन्क्लेव के 22 लाख निवासियों में अनुमानित 17 लाख लोग विस्थापित हो गए हैं.