50 दिन से सूरज नहीं देखा, गाजा की सुरंगों से जब बाहर निकले भी तो चारों तरफ हथियारबंद आतंकी दिखे. वाहनों की हेडलाइट की रोशनी में रेडक्रॉस को सौंपा गया. परिवार कहां है ये पता नहीं, कोई जिंदा भी है या नहीं इसकी भी कोई जानकारी नहीं, फिर भी बंधक जब आतंकियों के चंगुल से छूट रहे हैं तो वे हाथ हिलाकर मुस्कराते हुए टाटा-बाय बाय कर रहे हैं. खुद हमास वीडियो को जारी कर रहा है और दुनिया को ये दिखा रहा है कि उसने बंधकों से कितना अच्छा व्यवहार किया.

इजराइल-हमास के बीच हुई चार दिन युद्धविराम की डील को दो दिन के लिए और बढ़ा दिया गया है, इस डील में हमास इजराइल के बंधकों को छोड़ेगा और हर बंधक के बदले इजराइल को तीन फिलिस्तीनी कैदी छोड़ने होंगे. बेशक इस युद्धविराम और बंधकों की अदला-बदली की तारीफ हर कोई कर रहा है, लेकिन खुद इजराइली पीएम के प्रवक्ता ओफिर जेंडेलमेन की ओर से जारी किया गया वीडियो हमास आतंकियों की घिनौनी हरकत का सबूत बन गया है.

वीडियो में आतंकी दे रहा आदेश

सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए जेंडेलमेन ने लिखा है कि हमास के आतंकी इजराइल के बंधकों को छोड़ते वक्त जबरदस्ती उन्हें मुस्कराने और कैमरे के सामने हाथ हिलाने के लिए कह रहे हैं ताकि वह दुनिया के सामने अपना प्रोपेगेंडा को रख सके कि उसने बंधकों के साथ अच्छा व्यवहार किया. सिर्फ जेंडेलमेल ने पनहीं बल्कि अन्य लोग भी इसे हमास की एक चाल मान रहे हैं. माना जा रहा है कि हमास ऐसा करके दुनिया का समर्थन हासिल करना चाहता है कि युद्ध का कारण चाहे जो रहा हो, लेकिन जो बंधक उसने बनाए उनके साथ अच्छा व्यवहार किया.

मगर असलियत तो कुछ और ही है..

बेशक हमास के कब्जे से मुक्त हुए बंधक हमास आतंकियों का हाथ हिलाकर अभिवादन करते या मुस्कराते नजर आ रहे हैं, लेकिन उनके चेहरे से ही साफ जाहिर होता है कि वह ऐसा नहीं करना चाहते. करें भी कैसे क्योंकि उन बंधकों के कई साथी, रिश्तेदार, परिवार के सदस्य अभी भी गाजा की सुरंगों में ही कैद हैं. कई के तो परिवार की ही खबर नहीं हैं. कुछ बंधकों को फिलिस्तीनी आतंकी समूह गजान को भी दिया जा चुका है.