सऊदी अरब को वर्ल्ड एक्सपो 2030 की मेजबानी मिल गई है. जब मंगलवार को इसकी घोषणा हुई, तो राजधानी रियाद रौशनी से जगमगा उठा. एक्सपो 2030 की मेजबानी के लिए रेस में तीन देश शामिल थे लेकिन मेजबानी सऊदी को ही मिली. सऊदी के अलावा दक्षिण कोरिया और इटली भी मेजबानी की रेस में शामिल थे. वर्ल्ड एक्सपो 2030 का होस्ट बनकर सऊदी ने पूरी दुनिया को अपनी ताकत दी.

वर्ल्ड एक्सपो 2030 की मेजबानी को लेकर वोटिंग हुई. पेरिस बेस्ड ब्यूरो इंटरनेशनल डेस एक्सपोजिशन के 182 सदस्यों ने वोट डाले. सबसे ज्यादा 119 वोट सऊदी को मिले. दूसरे नंबर पर दक्षिए कोरिया रहा. इसे 29 वोट मिले. वहीं, इटली को सबसे कम 17 वोट मिले. बता दें कि सऊदी अक्टूबर 2030 से मार्च 2031 तक इस इवेंट की मेजबानी करेगा. वर्ल्ड एक्सपो की मेजबानी के बाद सऊदी 2034 में फुटबॉल वर्ल्ड कप की भी मेजबानी करेगा.

इजराइल देखता ही रह गया

बता दें कि इजराइल नहीं चाहता था कि सऊदी को वर्ल्ड एक्सपो 2030 की मेजबानी मिले. नेतन्याहू चाहते थे कि इटली इस इवेंट को होस्ट करे. मेजबानी मिलने से एक दिन पहले इजराइल ने सऊदी को सपोर्ट करने से इनकर कर दिया था. इजराइल ने यह मनाही गाजा में जारी युद्ध की आलोचना को लेकर थी क्योंकि सऊदी अरब ने गाजा में बमबारी को लेकर इजराइल की कड़ी निंदा की थी.

इतना ही नहीं, उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजराइल पर हथियार प्रतिबंध लगाने की भी अपील की थी. बता दें कि हमास के हमले के बाद इजराइल ने पूरे गाजा को तहस नहस कर दिया था. इजराइली हमले में गाजा में 14000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं.