देश की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है. पीएम मोदी की अगुवाई में बीजेपी इस राह को फतह करके लगातार दोबारा सत्ता पर काबिज है और अब तीसरी बार जीत का परचम फहराने की कोशिश में जुट गई है. बीजेपी सूबे में इस बार मिशन-80 का टारगेट लेकर चल रही है. यही वजह है कि योगी सरकार ने विकास के साथ हिंदुत्व का एजेंडा सेट करने का दांव चला है. बीजेपी ने गांव-गांव में रामोत्सव का आयोजन करके ‘राममय माहौल’ बनाने की प्लानिंग की है, जिसके लिए योगी सरकार ने अनुपूरक बजट में खजाना खोल दिया है.

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बुधवार को 28,760.67 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट पेश किया. इसमें 175 करोड़ रुपए अयोध्या में विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए रखा गया है. अयोध्या संरक्षण और विकास निधि के लिए 50 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं. ‘रामोत्सव’ के लिए 100 करोड़ रुपए और अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय रामायण और वैदिक अनुसंधान संस्थान के विकास और विस्तार के लिए 25 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं. इस तरह से योगी सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले राममय माहौल बनाने के लिए एक तरह से सरकार का खजाना ही खोल दिया है.

योगी सरकार ने बनाया 100 करोड़ का बजट

बीजेपी उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले अपनी सियासी जमीन मजबूत करने में जुट गई है. मिशन-2024 के तहत सूबे की 80 लोकसभा सीटों पर जीत का परचम फहराने के लिए राम मंदिर को घर-घर और गांव-गांव पहुंचाने की रणनीति बनाई गई है. श्रीराम जन्मभूमि पर 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर सभी गांवों में रामोत्सव के आयोजन से माहौल को राममय बनाने का प्लान है, जिसके लिए योगी सरकार ने अनुपूरक बजट में 100 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं.