इजराइल और हमास के बीच चल रहा सात दिवसीय संघर्ष विराम खत्म हो गया है. जिसके बाद एक बार फिर से जंग शुरू हो गई है. इजराइल ने गाजा पर ताबड़तोड़ हमले कर हमास के कई ठिकानों को तबाह कर दिया. उधर दोनों के बीच मध्यस्थता करा रहे देशों का कहना है कि इजराइल की तरफ से की जा रही बमबारी के चलते दोनों के बीच शत्रुता को रोकना मुश्किल हो गया है. इस बीच हमास के उप प्रमुख सालेह अल अरौरी ने शनिवार को एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए कहा कि गाजा में युद्धविराम होने तक इजराइल के साथ और कैदियों की अदला बदली नहीं की जाएगी.
अरौरी ने कहा कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजराइली सैनिक और नागरिक पुरुष थे, जो पहले इजराइल की सेना में काम कर चुके थे. उन्होंने साफ कहा कि जब तक युद्धविराम नहीं होगा और सभी फिलिस्तीनी बंदियों को भी रिहा नहीं किया जाएगा तब तक उन्हें रिहा नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये आखिरी निर्णय और इस पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
इजराइल ने की दक्षिणी गाजा पट्टी में बमबारी
इजराइल की सेना ने शुक्रवार को दक्षिणी गाजा पट्टी में बमबारी की, जिससे खान यूनिस के ऊपर चारों तरफ आग की लपटें उठने लगी. हर तरफ धुएं का गुबार नजर आ रहा था. एक बार फिर से चारों तरफ तबाही का मंजर नजर दिखाई देने लगा. लोगों के बीच चीख पुकार मच गई. उधर गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि इजराइल कती सेना ने शुक्रवार रात हवाई हमले किए. इन हमलों में करीब 184 लोगों की जान चली गई वहीं 589 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए, जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं हमले में कई घर तबाह हो गए हैं.
संघर्ष विराम खत्म होने के बाद फिर से जंग शुरू
इस बीच हमास का कहना है कि युद्ध खत्म होने तक इजराइल के साथ किसी भी कैदी की अदला बदली नहीं होगी. वहीं संघर्ष विराम खत्म होने के लिए इजराइल और हमास दोनें ने एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया. गौरतलब है कि 24 नवंबर को संघर्ष विराम शुरू हुआ था, जिसके बाद इससे दो बार बढ़ाया गया. इस बीच हमास ने 110 बंधकों को रिहा किया था, जिसमें 80 बंधक इजराइल के थे बाकी दूसरे देशों के नागरिक थे. वहीं इजराइल ने भी 240 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया था.