गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के करीबियों के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है. ईडी ने राजस्थान और हरियाणा में 13 जगह पर बिश्नोई गैंग के सदस्यों और सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की है. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल गैंगस्टरों और आतंकवादियों पर कार्रवाई तेज कर दी है.
दरअसल, NIA और कई राज्यों की पुलिस द्वारा दर्ज FIR पर संज्ञान लेते हुए इन गैंगस्टरों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की है. ईडी गोल्डी बरार के सहयोगियों से जुड़े ठिकाों पर भी तलाशी ले रही है. ईडी उन आरोपों की जांच कर रही है, जिनमें कहा गया है कि लॉरेंस बिश्नोई और उसके गिरोह जबरन वसूली और ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के माध्यम से भारत में कमाया पैसा कनाडा और अन्य देशों में भेज रहे थे, जिसका इस्तेमाल खालिस्तान समर्थकों द्वारा किया जा रहा है.
ईडी ने यह पता लगाने के लिए अपनी जांच शुरू की है कि कैसे गैंगस्टर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं और कैसे अपने कामों के लिए अवैध धन का इस्तेमाल करते हैं. कैसे ड्रग्स का पैसा भारत से बाहर विदेशों में भेजा जा रहा है.
पंजाब के फाजिल्का का रहने वाले बिश्नोई 2014 से जेल में बंद है. उसे राजस्थान पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया था. उसे 2021 में तिहाड़ जेल लाया गया था. बाद में उसे 14 जन 2022 को पंजाब पुलिस ने गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था.
हरियाणा में NIA के छापे
हरियाणा में NIA ने कई ठिकानों पर छापेमारी की है. ये छापेमारी सुरेन्द्र उर्फ चीकू गैंगस्टर के सहयोगियों के यहां की गई है. हरियाणा के नारनौल में पूर्व सरपंच रामपुरा नरेश , अंकुश गोयल और विनित चौधरी जिला दादरी में छापेमारी की गई है.