देश के सबसे पुराने कारोबारी घरानों में से एक टाटा ग्रुप (Tata Group) के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा (Ratan Tata) को जान से मारने की धमकी मिली है. ये धमकी एक फोन कॉल के जरिए दी गई है, जो मुंबई पुलिस के पास आया. जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस ने अरबपति रतन टाटा की सुरक्षा बढ़ा दी. अब धमकी देने वाले इस शख्स का पता लगा लिया गया है, लेकिन पुलिस ने इसे गिरफ्तार नहीं किया है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और क्यों नहीं किया गया इस शख्स को गिरफ्तार?

साइरस मिस्त्री जैसा हाल करने की धमकी

Ratan Tata को जान से मारने के लिए धमकी भरा कॉल मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के पास आया था. धमकी देने वाले ने कहा था कि रतन टाटा की सुरक्षा बढ़ा दी जाए, नहीं तो उनका भी हाल साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) जैसा ही होगा. इस कॉल के आने के बाद से मुंबई पुलिस अलर्ट मोड में आ गई और जांच शुरू करते हुए रतन टाटा की सुरक्षा को बढ़ा दिया. आरोपी को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम को काम सौंपा गया. जांच के दौरान तकनीकी सहायता और टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर की मदद से इस धमकी देने वाले शख्स को पुलिस ने ढूंढ़ लिया है. गौरतलब है कि टाटा संस के पूर्व चेयरमैन और उद्योगपति साइरस मिस्त्री का बीते साल 4 सितंबर, 2022 को एक कार दुर्घटना में निधन हो गया था.

5 दिन से घर से लापता था शख्स

मुंबई पुलिस ने सर्विलांस की मदद से Ratan Tata को जान से मारने की धमकी देने वाले शख्स का पता लगाया. पुलिस ने बताया कि फोन करने वाले की लोकेशन कर्नाटक में पाई गई थी और वह पुणे का रहने वाला था. जैसे ही पुलिस उनके पुणे स्थित आवास पर पहुंची, उन्हें पता चला कि फोन करने वाला पिछले 5 दिनों से लापता था और उसकी पत्नी ने शहर के भोसरी पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज कराई थी.

पुलिस ने नहीं लिया लीगल एक्शन

ये धमकी भरा कॉल करने वाले शख्स के बारे में उसके रिश्तेदारों से पूछताछ करने के बाद पुलिस को पता चला कि वह सिजोफ्रेनिया से पीड़ित है और उसने बिना बताए किसी के घर से वह फोन ले लिया और ये रतन टाटा को धमकी देते हुए ये फोन कॉल किया था. बता दें कि ये फोन मुंबई पुलिस के कंट्रोल रूम में आया था. मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि फोन करने वाला व्यक्ति सिजोफ्रेनिया की बीमारी से ग्रसित था, इसलिए पुलिस ने उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं करने का फैसला किया.