कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर नागपुर में एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में आज दो विचारधारा की लड़ाई है. विचार और सत्ता की लड़ाई है. लड़ाई की बुनियाद विचारधारा है. उन्होंने एक भाजपा सांसद का जिक्र करते हुए कहा कि वह कुछ दिन पहले मुझसे लोकसभा में मिले थे. कई सांसद कांग्रेस में हुआ करते थे. वह छिपकर मुझसे मिलते थे और कहते थे कि राहुलजी आपसे बात करनी चाहिए. जब मैंने उनसे पूछा कि तुम तो बीजेपी में हो. सब कुछ ठीक है, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि अब यहां सहा नहीं जाता. हमारी कोई नहीं सुनता.
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी में राजाओं की विचारधारा है. यहां ऊपर से आए आदेश का पालन होता है. लेकिन कांग्रेस में सभी को बोलने की आजादी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में लोकतंत्र है. उन्होंने कहा कि हमारी विचारधारा कहती है कि देश की लगाम हिंदुस्तान की जनता के हाथ में होनी चाहिए. हम जनशक्ति की बात करते हैं. आप हमारे सभी कानून देखिए, आजादी की लड़ाई देश की जनता ने लड़ी थी. राजा-महाराजाओं ने नहीं लड़ी थी. उनकी तो पार्टनरशिप थी. लेकिन इस बारे में भूल जाते हैं. लोगों को लगता है कि आजादी की लड़ाई अंग्रेजों और राजा-महाराजाओं के खिलाफ थी. कांग्रेस ने गरीब जनता के लिए लड़ाई लड़ी. हिंदुस्तान की जनता के कोई अधिकार नहीं थे, महिलाओं के कोई अधिकार नहीं थे. ये आरएसएस की विचारधारा है. हमने ये बदला है. ये लोग फिर से देश को उसी दौर में ले जाना चाहते हैं.
आज सारी संस्थाओं पर बीजेपी का कब्जा है. आज सभी वाइस चांसलर एक ही संगठन के हैं. उन्हें कुछ आता-जाता नहीं है. आज हिंदुस्तान के वाइस चांसलर मेरिट के आधार पर नहीं बनते हैं. इस दौरान उन्होंने मीडिया पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हम देश की जनता को देश की शक्ति देना चाहते हैं. लोग कहते हैं कि कांग्रेस ने श्वेत क्रांति की. श्वेत क्रांति हिंदुस्तान की नारी शक्ति ने की. हरित क्रांति देश के किसानों ने की. उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्रांति युवाओं ने की. कांग्रेस ने विजन दिया. उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि पिछले 10 साल में मोदी सरकार में कितने लोगों को नौकरी मिली है. पिछले 40 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज है. हिंदुस्तान के करोड़ों युवाओं की शक्ति बेकार हो रही है. आज देश का युवा नौकरी नहीं करता, बल्कि 7-8 घंटे मोबाइल पर इंस्टाग्राम और फेसबुक चला रहा है.
राहुल गांधी ने कहा कि देश का पूरा धन दो-तीन लोगों के हाथ में जाता है. उन्होंने कहा कि मैंने लोकसभा में पूछा था कि देश को 90 लोग चलाते हैं. IAS ऑफिसर हैं. जो पूरा बजट बांटते हैं. मैंने जब पूछा कि इसमें ओबीसी या आदिवासी कितने हैं, तो बीजेपी के लोग चुप हो गए. ओबीसी की 50 फीसदी आबादी है. दलितों की 15 फीसदी आबादी है. आदिवासियों की करीब 12 फीसदी आबादी है. लेकिन 90 अफसरों में सिर्फ 3 ओबीसी हैं. ये हाल हर फील्ड में है.