अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले राजनीतिक छींटाकशी भी तेज हो गई है. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि सोनिया गांधी अयोध्या अगर जाएंगी तो उनके पाप शायद कुछ कम हो जाए. विपक्ष के कई नेताओं को भी राम मंदिर के उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण भेजा गया है.

बातचीत में हिमंता शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के नेता भले राम मंदिर के कार्यक्रम में जाएं या नहीं, कांग्रेस के सारे कार्यकर्ता जरुर जाएंगे. हिमंता शर्मा ने कहा कि ’22 जनवरी के बाद कांग्रेस का हिंदू बूथ लीडर, मंडल नेता और उनका परिवार राम मंदिर जाएगा.’ ये पूछने पर कि कि क्या कांग्रेस के नेता मंदिर जाएंगे, असम के मुख्यमंत्री का कहना था कि ‘अगर आप नहीं जाते हैं तो 2 अंक और पाप बढ़ जाएगा. अगर कांग्रेस के लोग जाते हैं तो 2 परसेंट पाप कम हो जाएगा.’

उत्तर पूर्व बीजेपी का बड़ा चेहरा

हिमंत बिस्वा शर्मा लंबे समय तक कांग्रेस की राजनीति करते रहें मगर फिर उन्होंने राहुल गांधी और पार्टी लिडरशिप से नाराज हो कर पार्टी का साथ छोड़ दिया था. अभी हिमंता उत्तर पूर्व बीजेपी के सबसे बड़े चेहरे हैं और उन्हें गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है.

सोनिया, खड़गे क्या अयोध्या जाएंगे?

कांग्रेस पार्टी ने अभी तक कुछ ठोस बातें जानें को लेकर नहीं कहीं हैं. कांग्रेस के अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी और पार्टी की पूर्व अध्यक्ष और रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है. पार्टी के नेता जयराम रमेश ने कहा है कि कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर पार्टी उचित समय पर फैसला करेगी और फिर उसी हिसाब से बताया जाएगा.