बीते कई दिनों से ईडी केजरीवाल को अपने दफ्तर बुला रही है, बार-बार समन कर रही है, लेकिन केजरीवाल अब तक ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं. हर समन पर केजरीवाल की तरफ से ईडी से पूछा जाता है कि यह समन आखिर उन्हें क्यों भेजा जा रहा है. हर समन के आने के बाद केजरीवाल की तरफ से कहा जाता है कि यह समन पूरी तरह से गैर संवैधानिक है. इस बार भी समन आने पर केजरीवाल की तरफ से ईडी को एक लेटर लिखा गया.

केजरीवाल ने ईडी को लिखा लेटर

ईडी को दिए लिखित जवाब में अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि मैं आश्चर्यचकित हूं कि आपने मेरे द्वारा उठाई गई आपत्ति का जवाब नहीं दिया और पहले के समन से मिलता जुलता समन फिर से भेज दिया. इसलिए मैं यह मानता हूं कि आपके पास इन समन का कोई जस्टिफिकेशन नहीं है. केजरीवाल ने कहा कि ED का व्यवहार मनमाना और गैर पारदर्शी है. पहले की तरह मैं फिर से कहता हूं कि मैं कानून का सम्मान करता हूं और जांच में सहयोग के लिए तैयार हूं. लेकिन आपकी चुप्पी निहित स्वार्थ की पुष्टि करती है. मैं फिर से आपसे मांग करता हूं कि आप मेरे सवालों का जवाब दें ताकि मैं इस जांच की मंशा दायरे को ठीक से समझ सकूं.

हर बार समन मेरे तक पहुंचने से पहले मीडिया में पहुंच जाते हैं इससे सवाल उठते हैं कि इस समन का उद्देश्य कोई जांच करना है या मेरी प्रतिष्ठा को धूमिल करना है.

कब-कब मिले केजरीवाल को समन

सीबीआई और ईडी दिल्ली में खत्म की जा चुकी शराब घोटाले की जांच कर रही है. 2021-22 में हुए इस घोटाले में कुछ खास शराब डीलरों को फायदा पहुंचाने का आरोप है. सबसे पहले ईडी ने केजरीवाल को पिछले साल 2 नवंबर को समन भेजा था. केजरीवाल ने इस समन को अस्पष्ट, राजनीति से प्रेरित और कानून के खिलाफ बताते हुए पेश होने से इनकार कर दिया था.

जांच एजेंसी ने 18 दिसंबर 2023 को केजरीवाल को दूसरा समन भेजा था और उन्हें 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था. हालांकि, इस बार भी केजरीवाल पेश नहीं हुए.